भारत और साउथ अफ्रीका के बीच छह वनडे मैंचो की सीरीज का चौथा वनडे मैच कल,यानि 10 फरवरी को जोहान्सबर्ग के क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया।
हो चुके इस रोमाचंक मुकाबले में मेजबान साउथ अफ्रीका की टीम ने डकवर्थ लुईस की नियम की मदद से 5 विकेट से जीत हासिल कर लिया है। हालांकि इसके बावजदू इस मैच के दौरान जिस बल्लेबाज का बल्ला जमकर गरजा वह गब्बर नाम से जाने जाने वाले शिखर धवन रहे।
अपने 100वें वनडे में धवन ने जड़ा शतक
आपको बता दे, टीम इण्डिया के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन का साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले गए चौथा वनडे 100वां अर्न्तराष्ट्रीय एकदिवसीय मैच था,जिसमें उन्होंने जबरदस्त बल्लेबाजी का मुशायरा पेश करते हुए 105 गेदों पर 90.36 के औसत से 109 रनों की पारी खेली। इस दौरान उनके बल्ले से 10 चौके और 2 छक्के भी निकले।
ये रहे टीम इण्डिया के हार के प्रमुख कारण
हार के बावजूद टीम इण्डिया के प्रदर्शन को लेकर जब मीडिया में किसी ने शिखर धवन से प्रेस कांफ्रेस के दौरान सवाल किया तो शिखर धवन ने मुस्कुराते हुए प्रतिक्रिया दी और कहा कि,“हमें जो साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में पहली हार मिली है ,उसके पीछे का अगर प्रमुख कारण देखा जाए तो इसमें कैच को ड्राॅप करना और आखिरी क्षण में विकेट न मिलना रहा। हालांकि इसके अलावा हमने काफी अच्छा क्रिकेट खेला.”
बारिश को बताया हार का सबसे बड़ा विलेन
इसके अलावा बारिश को लेकर धवन ने कहा कि,
“निश्चित तौर पर बारिश ने भी क्रिकेट को काफी ज्यादा प्रभावित किया। ऐसे में हमारे टीम के स्पिनरों को गेंद को पकड़ने और स्पिन कराने में मुश्किलात का सामना करना पड़ा।ऐसे में हमारे टीम के हार का यह भी एक प्रमुख वजह हो सकती है.”
हार से मिलती है जीत का असली गुरूमंत्र
वहीं जब धवन से टाॅस जीतकर पहले बल्लेबाजी का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, ‘हमने टाॅस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला इसीलिए किया क्योंकि शाम के समय गेंद में वैरीएशन के साथ स्पिन कराने में फायदा मिलने की हमें उम्मीद थी। ‘
इसके अलावा धवन ने कहा कि,
“जीवन में हार से भी हमें काफी ज्यादा सीख मिलती है. हम पहले ही सीरीज के तीन वनडे मैच लगातार जीत चुके है और हमें मात्र एक वनडे मैच में जीत हासिल करने की दरकार है। ऐसे में हमें पूरी उम्मीद है कि हम आने वाले समय में शानदार खेल का प्रदर्शन करके जीत हासिल कर लेंगे.”