भारत-श्रीलंका वनडे और टी-20 सीरीज की डेट सामने आ गई है. पहले वनडे सीरीज खेली जाएगी और उसके बाद टी-20 सीरीज के मैच होंगे. पहला वनडे 13 जुलाई को होगा. वहीं 25 जुलाई को अंतिम टी-20 मैच खेला जाएगा.
शिखर धवन को श्रीलंका दौरे पर कप्तान बनाया जा सकता है. वहीं युवा खिलाड़ियों को ही इस दौरे पर भेजा जा सकता है. इंग्लैंड में भारतीय टीम के मुख्य खिलाड़ी होने की वजह से बीसीसीआई के चयनकर्ताओं को श्रीलंका दौरे के लिए बी टीम को चुनना पड़ सकता है.
आज हम आपकों अपने इस खास लेख में आपकों उन 3 कारणों के बारे में बताएंगे, जिसके चलते कहा जा सकता है कि शिखर धवन को इस दौरे पर कप्तानी नहीं बनाना चाहिए.
धवन की कप्तानी का रिकॉर्ड अच्छा नहीं
शिखर धवन का कप्तानी रिकॉर्ड अच्छा नहीं है. वह साल 2013 और 2014 में सनराइजर्स हैदराबाद की कप्तानी कर चुके हैं. इस दौरान उन्होंने कुल 16 मैच में कप्तानी की है और सिर्फ 7 मैच में ही जीत दर्ज कर पाए. उनकी कप्तानी में सनराइजर्स की टीम को 9 मैच में हार का सामना करना पड़ा था.
वह कप्तानी से इतने दुखी हो गए थे कि उन्होंने बीच सीजन ही कप्तानी छोड़ दी थी. फिर उनकी जगह डैरेन सैमी को 2014 में सनराइजर्स का कप्तानी बनाया गया था. धवन एक बेहतर कप्तानी नहीं माने जाते हैं. उनके कप्तानी के रिकॉर्ड भी यही बयां कर रहे हैं. ऐसे में उन्हें श्रीलंका दौरे पर कप्तान बनाने का फैसला एक गलत निर्णय होगा.