2007 में पहली बार टी-20 विश्वकप की शुरुआत हुआ था, और धोनी पहले कप्तान बने थे, जिसने ये टूर्नामेंट पहली बार जीता था, लेकिन उसके बाद से अब तक दोबारा भारतीय टीम विश्वकप पर कब्जा जमाने में अस्मर्थ रही, हालाँकि इस बीच 2011 में भारत ने 50 ओवरों के विश्वकप में भी भारत को विजयी बनाया, लेकिन सम्भवतः यह टी-20 विश्वकप भारतीय कप्तान का अंतिम विश्वकप हो सकता है, ऐसे में भारतीय कप्तान इसे जीतने की हरसम्भव कोशिश करेंगे, और इस बार घरेलू मैदान भी उनके लिए वरदान साबित होगा.
लेकिन इस बार का विश्वकप जीतने के लिए भारतीय कप्तान एक नया हथियार लेकर मैदान पर उतरने वाले है, और उनका नया हथियार है, उनका नया बल्ला. ये बैट ऑस्ट्रेलिया से आया है. हाल ही में वनडे और टी 20 सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा करने वाले कप्तान धोनी ने इस नए बैट का ऑर्डर विश्व कप को ध्यान में रखते हुए दिया था.
विश्व की प्रसिद्ध बैट निर्मात कंपनी “स्पार्टन” ने धोनी के इस बल्ले का निर्माण किया है. और अनुमान है, कि विश्व कप से पहले धोनी अपने इस नये बल्ले का इस्तेमाल जल्द से जल्द करना चाहेंगे.
क्या है, इस बल्ले की खासियत???
भारतीय कप्तान लम्बे शॉट खेलने के लिए जाने जाते है, और टी-20 में भी बल्लेबाजो के लिए लम्बे शॉट खेलना ज्यादा जरूरी होता है, जिससे वो अपनी टीम को ज्यादा रन बनाकर दे सके, इसलिए इस बल्ले में स्वीट स्पॉट बड़ा बनाया गया है. ताकि कम उछाल भरी पिच पर भी गेंद और बल्ले के बीच अच्छा संपर्क हो सके. इसके साथ ही बैट का वजन पीछे की तरफ ज्यादा है, जो धोनी के हेलीकॉप्टर शॉट में खासा मदद करेगा. पीछे ज्यादा वजन होने से बैट का सपिक अप तेज और जल्दी होगा.
गौरतलब है, कि इससे पहले इस कम्पनी ने वेस्टइंडीज के दिग्गज बल्लेबाज और टी-20 में अहम मुकाम हासिल कर चुके, क्रिस गेल के लिए गोल्डन बैट का निर्माण किया था. जिसका इस्तेमाल क्रिस गेल ने बिग बैश लीग के दौरान किया था.