इंडियन प्रीमियर लीग के ग्यारवें सीजन का कारवां शुक्रवार को पुणे आ गया जहां पर महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में 17वां मैच चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच मैच खेला गया। चेन्नई सुपर किंग्स के घरेलु मैदान में खेले गए इस मैच में चेन्नई सुपर किंग्स ने राजस्थान रॉयल्स को आसानी से 64 रनों से पटखनी दे दी।
रॉयल्स ने सीएसके को किया पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित
राजस्थान रॉयल्स के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने इस मैच में टॉस अपने पाले में गिरने के साथ ही पहले फील्डिंग करने का फैसला किया। ऐसे में मेहमान कप्तान के पहले बल्लेबाजी करने के न्योते को स्वीकारते हुए चेन्नई सुपर किंग्स की टीम पहले बल्लेबाजी के लिए उतरी।
चेन्नई सुपर किंग्स ने खड़ा किया 204 रनों का स्कोर
चेन्नई सुपर किंग्स के लिए शुरूआत धमाकेदार रही। सलामी बल्लेबाज अंबाती रायडू और शेन वॉटयन ने पहले विकेट के लिए केवल 4.3 ओवर में 50 रन जोड़ डाले। इसके बाद इस मैच में वापसी कर रहे सुरेश रैना ने बढ़िया हाथ दिखाए और दूसरे विकेट के लिए रैना और वॉटसन ने 81 रन जोड़ डाले और बड़े स्कोर की नींव रखी। इसके बाद शेन वॉटसन की बेहतरीन बल्लेबाजी के दम पर चेन्नई ने अपने निर्धारित 20 ओवर में 204 रनों का स्कोर खड़ा किया।
शेन वॉटसन ने 106 और सुरेश रैना ने 46 रनों का योगदान दिया तो वहीं धोनी 5 रन ही बना सके।
राजस्थान रॉयल्स की आसान हार
इस बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी राजस्थान रॉयल्स की बहुत ही खराब शुरूआत हुई और उनके तीन टॉप के बल्लेबाज 34 रन के स्कोर पर ही पैवेलियन लौट गए। इस मुश्किल में फंसी टीम को बटलर और स्टोक्स ने संभालने की कोशिश तो जरूर की लेकिन एक छोटी साझेदारी बनाने के बाद राजस्थान को एक बार फिर लगातार अंतराल में झटके लगते रहे और पूरी टीम 20 ओवर खेलने से पहले ही 140 रन बनाकर ढेर हो गई। बेन स्टोक्स ने सबसे ज्यादा 45 रन बनाए।
हमारी टीम में ज्यादातर खिलाड़ी हैं 30 साल से ज्यादा के
इस जीत के बाद चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने कहा कि
“ये हमारे लिए अनजाने क्षेत्र की तरह है। हम आमतौर पर पीछे थे, लेकिन अब हम आगे हैं। हमारी टीम में ज्यादातर 30 से ज्यादा के हैं। तो महत्वपूर्ण ये है कि अपने आप को फिट रखना है। अनुभव वास्तव में गिना जाता है और हमें केवल फील्डिंग करनी होगी। केवल फिट रहने की जरूरत है।”
यहां पर धीरे-धीरे होगा हमें समर्थन प्राप्त
“जगह बदली है स्पष्ट रूप से, यहां पर ऐसे लोग हैं जब पर यहां पर पुणे के लिए खेला था तो हमें समर्थन करते थे। तो आप कह सकते हैं कि अच्छा होगा कि मैं एहसान वापस कर सकूं। हां, ये चेन्नई सुपर किंग्स है पुणे सुपर किंग्स नहीं। लेकिन सातवें मैच के बाद हमें यहां पर ज्यादा पीला कलर नजर आएगा। पिच के बारे में मुझे 100 प्रतिशत यकिन नहीं था। यहां पर असमान उछाल है। और ऐसे में पीछे की ओर से मार पाना कभी-कभी मुश्किल होता है।”
बल्लेबाजों ने किया गेंदबाजों का काम आसान
“बल्लेबाजों ने गेंदबाजों के लिए आसान काम कर दिया। जब कभी आप 200 से ज्यादा का स्कोर करते हैं तो स्पिनरों को खेल में बने रहने के लिए अपनी लंबाई बदलनी पड़ती है। पहले 6 ओवर चेज के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। आज भी यहां पर कुछ ओस थी और जब विकेट अच्छी होती है तो बल्लेबाजी करने वाली टीम ज्यादा दिमाग नहीं लगाती हैं।”
अगर आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आए तो प्लीज इसे लाइक और शेयर करें।