पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इसी साल अगस्त में क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले चुके हैं. भारतीय टीम को तीन आईसीसी टूर्नामेंट जिताने वाले धोनी की गिनती भारत के सफ़लतम कप्तानों में की जाती है. इसके अलावा उनकी बल्लेबाज़ी और विकेटकीपिंग तकनीक भी दुनिया के बाकी क्रिकेटरों से काफ़ी अलहदा थी.
इन दिनों पूर्व भारतीय कप्तान क्रिकेट छोड़ कर अपने परिवार के साथ वक़्त बिता रहे हैं. इन दिनों उन्होंने क्रिकेट को छोड़ कर अपना बिज़नेस शुरु करने के भी संकेत दे दिए हैं. धोनी को ऑर्गेनिक खेती, फ़ल-सब्जियों का अच्छा खासा शौक है. इसी सिलसिले में उन्होंने अपने शौक को ज़मीन पर उतारने का भी मन बनाया है.
बिज़नेस की ओर चले धोनी
पूर्व भारतीय सीनियर कप्तान और विकेट-कीपर बल्लेबाज़ महेंद्र सिंह धोनी इन दिनों दुबई में अपने फ़ार्म हाउस में ऑर्गेनिक खेती का मन बना चुके हैं. इसी सिलसिले में उन्होंने सब्जी और फ़ल का बिज़नेस करने का भी मन बनाया है.
इन फ़ल और सब्जियों में धोनी लीची, गोभी, टमाटर, ब्रोकली, मटर और पपीता का बिज़नेस करते हुए नज़र आएंगे. इसके लिए उन्होंने रिंग रोड के पास अपने 43 एकड़ के फ़ार्म हाउस में से 10 एकड़ में खेती करने का फ़ैसला किया है.
झारखंड कृषि विभाग ने एजेंसी से किया संपर्क
रिपोर्ट्स के मुताबिक धोनी के फ़ार्म हाउस में सब्जियों और फ़लों के व्यापार के सेट होने की प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में है. इसके अलावा झारखंड के कृषि विभाग ने धोनी के रांची फ़ार्म हाउस में उगाई गई सब्जियाँ दुबई भेजने का फ़ैसला किया है. इसके लिए ऑल सीज़न फ़ार्म एजेंसी को भी संपर्क में लिया गया है.
कृषि विभाग इससे पहले भी इसी एजेंसी के साथ गल्फ़ देशों में फ़ल और सब्जी भेजने का व्यापार कर चुका है. जिसमें अच्छे नतीजे देखने को मिले हैं. इसी सिलसिले में यही फ़ैसला पूर्व भारतीय कप्तान के व्यापार के तवस्सुफ़ से भी किया गया है.
झारखंड सरकार का मानना, किसानों को होगा फ़ायदा
सूत्रों की मानें तो, मार्केटिंग कमेटी के हेड अभिषेक आनंद ने इस बात का खुलासा किया कि झारखंड सरकार ने धोनी के साथ इस प्रोजेक्ट पर काम करने का फ़ैसला किया है. इस प्रोजेक्ट में पूर्व कप्तान को बतौर ब्राण्ड पेश किया जाएगा.
सरकार का ये मानना है कि इस प्रोजेक्ट से किसानों को भी अच्छा खासा फ़ायदा होने वाला है. इसके बाद वो भी विदेश में अपनी उगाई हुई सब्जियाँ बेच सकते हैं.