एमएस धोनी के जीवन पर आधारित एक फिल्म साल 2016 में आई थी. जिसका नाम ‘एमएस धोनी द अनटोल्ड स्टोरी‘ था. इस फिल्म में धोनी की एक बड़ी बहन को दिखाया गया था, लेकिन इस फिल्म में धोनी के बड़े भाई को नहीं दिखाया गया था. हालाँकि, कहा जाता है, कि बड़े भाई नरेन्द्र सिंह धोनी को ना दिखाने के पीछे भी धोनी का ही हाथ था. उन्होंने ही अपने बड़े भाई को फिल्म में ना दिखाने के लिए मना किया था.
धोनी को लेकर खुलकर बोले नरेन्द्र सिंह धोनी
इसी बीच एमएस धोनी के बड़े भाई नरेन्द्र सिंह धोनी ने स्पोर्ट्स स्टार को एक बयान दिया हैं. जिसमे उन्होंने माना है, कि भारत के 2007 टी-20 विश्व कप जीत और 2011 विश्व कप जीत में धोनी का अहम योगदान था. उन्होंने साथ ही कहा है, कि साल 2019 के विश्व कप में एक बार धोनी की भूमिका अहम रहेगी.
जब धोनी ने क्रिकेट चुना, तो मैंने फुटबॉल चुन लिया
स्पोर्ट्स स्टार पर छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक महेंद्र सिंह धोनी के बड़े भाई नरेंद्र सिंह धोनी ने अपने एक बयान में कहा, “जब एमएस धोनी ने फुटबॉल से क्रिकेट में टर्न किया था, तो मैंने उस दौरान क्रिकेट से फुटबॉल में टर्न किया था. मैं अपनी स्कूल की टीम के लिए फुटबॉल खेलता था. मैं गोलकीपर की भूमिका में अपनी टीम से खेलता था. इस समय माही काफी छोटा था. भले ही मैं उस दौरान क्रिकेट नहीं खेलता था, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर की क्रिकेट को उत्सुकता से देखा करता था.”
2007 और 2011 विश्व कप में धोनी की रही अहम भूमिका
नरेंद्र सिंह धोनी ने धोनी के विश्व कप योगदान को लेकर अपने बयान में कहा, “मेरे लिए, दो फाइनल में माही का योगदान सबसे बड़ा रहा है. एक कप्तान के रूप में, 2007 में उन्होंने अपनी बल्लेबाजी व पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल मैच में आखिरी विकेट लेने के लिए शॉर्ट फाइन-लेग पर एक फील्डर रखने के फैसले ने भारत को टी-20 विश्व कप दिला दिया था. 2011 आईसीसी विश्व कप में भी उन्होंने खुद ऊपर आकर जिम्मेदारी ली थी और भारतीय टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी.
नरेंद्र सिंह धोनी ने विश्व कप 2019 में धोनी की भूमिका पर बात करते हुए कहा, “इस बार, उनकी भूमिका अलग है, लेकिन बहुत महत्वपूर्ण है,”