भारतीय टीम का विश्व कप 2019 जीतने का सपना पूरा नहीं हो पाया था. भारतीय टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में 18 रन से हार का सामना करना पड़ा था और भारत को टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा था. सेमीफाइनल मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए न्यूजीलैंड की टीम ने 239 रन बनाये थे, लेकिन भारतीय टीम 240 रन के इस लक्ष्य के जवाब में मात्र 221 रन ही बना पाई थी.
सेमीफाइनल में धोनी को भेजा गया नंबर-7
2019 विश्व कप के दौरान जहां एक तरफ पूरा देश महेंद्र सिंह धोनी को नंबर-4 पर बल्लेबाजी कराने के लिए कह रहा था. वहीं कप्तान और कोच की जोड़ी उन्हें बल्लेबाजी क्रम में जितना निचे हो सके उतना निचे भेज रही थी.
सेमीफाइनल में, तो कप्तान और कोच ने हद कर दी. धोनी को नंबर-7 पर बल्लेबाजी के लिए भेजा. धोनी से पहले ऋषभ पंत, हार्दिक पांड्या और दिनेश कार्तिक को भेज दिया, लेकिन धोनी जैसे अनुभवी खिलाड़ी पर कप्तान और कोच ने अपना भरोसा नहीं दिखाया.
क्या महेंद्र सिंह धोनी ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करना चाहते थे?
विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी ने भारतीय टीम के लिए विश्व कप 2019 में अच्छा प्रदर्शन किया था. हालांकि, सभी को उम्मीद थी, कि वह विश्व कप के बाद संन्यास लेंगे, लेकिन अब तक उन्होंने अपने संन्यास का कोई अधिकारिक ऐलान नही किया है. हालांकि वह विश्व कप के बाद से प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेल भी नहीं रहे हैं.
क्या वह ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करना चाहते थे. ये एक बड़ा सवाल बन गया है. दरअसल, धोनी से जुड़े एक करीबी सूत्र ने स्पोर्ट्सकीड़ा से कहा “वह बड़ा खिलाड़ी है और कोई भी उसे बता नहीं सकता कि उसे कब क्या करना है. उन्होंने जानबूझकर देश के लिए नहीं खेलने का फैसला किया है, जब समय उचित होगा, वह आधिकारिक तौर पर अपने संन्यास का ऐलान कर देंगे.”
सूत्र के बयान का यह मतलब भी निकाला जा सकता है कि धोनी ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी चाहते हो, लेकिन उन्हें ना मिल पाई हो.