भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही टेस्ट सीरीज के चौथे और पांचवें टेस्ट के लिए टीम की घोषणा हो गए है. ऐसे में जहां टीम में कई युवा खिलाड़ियों को जगह मिली है.ऐसे में आइये जानते है. इस टीम में किस खिलाड़ी को मौका दिया जा सकता था.
मयंक अग्रवाल
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मयंक अग्रवाल भारतीय क्रिकेट के घरेलू स्तर पर एक नई रन मशीन के तौर पर सामने आए हैं. मयंक अग्रवाल ने 32 पारियों में 67.56 की औसत से 2162 रन स्कोर किए हैं. रणजी ट्रॉफी से लेकर विजय हजारे तक मयंक अग्रवाल ने हर टूर्नामेंट में रन बनाए हैं.
ऐसे में चयनकर्ताओं को उनको मौका देना चाहिए था. इंग्लैंड लायंस के सीरीज के दौरान भी उनका प्रदर्शन अच्छा रहा था, ऐसे में उन्हें टीम में मौका मिलन चाहिए था.
आर. समर्थ
कर्नाटक के युवा ओपनर बल्लेबाज रविकुमार समर्थ ने पिछले कुछ समय से बैटिंग स्टाइल और टैंप्रामेंट दिखाया है. उनमें भविष्य का एक बेहतर बल्लेबाज नजर आता है. इसलिए श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में मौके के वह प्रबल दावेदार हैं. पिछले सीजन में समर्थ ने 9 मैचों में 46.80 की औसत से 702 रन बनाए.
समर्थ इंडिया ए टीम में भी शामिल थे. यहां भी उन्होंने विदेशी पिचों पर मजबूत तकनीक का प्रदर्शन किया. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अर्धशतक लगाया. इस सीजन के चार मैचों में दायें हाथ के इस बल्लेबाज ने 75 की औसत से 300 रन बनाए, जो उनकी कंसीस्टेंसी को दर्शाता है.
शाहबाज नदीम
घरेलू क्रिकेट में लगातार परफॉर्म करने वाला एक नाम है शाहदाब नदीम. वह रणजी के दो सीजन में विकेट लेने वाले प्रमुख गेंदबाज हैं. 2015-16 के सीजन में बायें हाथ के आर्म स्पिनर नदीम ने 50 विकेट लिए. नदीम ने न्यूजीलैंड ए के खिलाफ भी दोनों फॉर्मेट में शानदार गेंदबाजी की. इस सीजन में भी नदीम ने दो मैचों में 10 विकेट लिए हैं. वह लगातार ऐसा परफॉर्म कर रहे हैं जिससे चयनकर्ता उनकी उपेक्षा नहीं कर सकते.
प्रियांक पांचाल
पिछले सीजन के प्रमुख रन बनाने वाले पांचाल ने दिलीप ट्रॉफी में भी शानदार गेंदबाजी के खिलाफ शतक बनाए. गुजरात को खिताब जिताने में उनका बड़ा योगदान रहा.
उन्होंने दस मैचों में 1310 रन बनाए. दिलीप ट्रॉफी के बाद पांचाल ने कहा, मैं किसी खास फॉर्मेट को नहीं देख रहा, निजी तौर पर मैं क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में परफॉर्म करना चाहता हूं. मैं इसी नजरिये से अपने आप को बेहतर बना रहा हूं.
श्रेयस अय्यर
मुंबई के श्रेयस अय्यर टीम इंडिया में शामिल होने के सबसे प्रबल दावेदार थे. बेशक उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ टी-20 में डेब्यू करने का मौका मिला. उन्होंने कुछ अच्छे स्ट्रोक लगाकर अपने आत्मविश्वास का प्रदर्शन भी किया, लेकिन पिछले तीन सीजन में अय्यर रन मशीन साबित हुए हैं.
2016-17 में अय्यर ने 10 मैचों में 725 रन बनाए. इससे पहले 2015-16 में अय्यर ने 10 मैचों में 1321 रन बनाए थे, जो उनके तय मानकों से कहीं अधिक हैं.
अय्यर इंडिया ए के लिए खेलते हुए भी शानदार परफॉर्म कर चुके हैं. वह टीम के कप्तान भी थे. वह क्रिकेट के छोटे फोरमेट में ही नहीं बल्कि टेस्ट के लिए भी एकदम उपयुक्त हैं.उन्हें शॉ की जगह टीममें शामिल किया जा सकता था.