क्रिकेट में जब भी दिग्गज बल्लेबाज की बात आती है तो उसमें ऑस्ट्रेलिया के सर डॉन ब्रैडमैन का नाम आता है. उनका रिकॉर्ड तोड़ना असंभव सा नजर आता है. क्रिकेट के शुरुआत में कही न कही उनको भजि कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ा था, शायद यही कारण होगा कि उनको अपने टेस्ट डेब्यू में ही ड्राप कर दिया गया था.
सर डॉन ब्रैडमैन को टेस्ट डेब्यू में मिली असफलता

91 साल पहले आज ही के दिन (30 नंवबर) 1928 में सर डॉन ब्रैडमैन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकट में पदार्पण किया था. डॉन के लिए वह डेब्यू टेस्ट तो यादगार नहीं रहा, लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ ब्रिस्बेन में खेले गए उस टेस्ट के दौरान कई दिलचस्प आंकड़े सामने आए.
इंग्लैंड ने उस ब्रिस्बेन टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को करारी शिकस्त दी थी. अंग्रेजों ने वह मैच 675 रनों से जीता. दिलचस्प है कि टेस्ट मैच में सर्वाधिक रनों की जीत के मामले में आज भी यह वर्ल्ड रिकॉर्ड है. लेकिन इसके लिए उनका पहला टेस्ट डेब्यू मैच उनके लिए कुछ ख़ास नहीं रहा, क्योंकि पहले मैच के बाद उनको टीम से ड्राप कर दिया गया था.
डेब्यू में रहे विफल लेकिन टेस्ट करियर में किया कमाल
#OnThisDay in 1928, one of the world's greatest batsmen, Don Bradman, made his Test debut 🙌
— ICC (@ICC) November 30, 2019
He finished his career with 6996 runs in 52 Tests and a 🤯 average of 99.94! pic.twitter.com/TnHXlDp35L
30 नवंबर 1928 में उन्होंने अपना पहला टेस्ट मैच खेला जहाँ उन्होंने दोनों पारियों में 19 रन बनाये थे इसके बाद दूसरे टेस्ट मैच में उनको टीम के प्लेइंग इलेवन में खेलने का मौका नहीं दिया गया था.
हालांकि ब्रैडमैन ने इसके बाद सीरीज के तीसरे टेस्ट (मेलबर्न टेस्ट) में अपनी उपयोगिता साबित करते हुए 79 और 112 रनों की पारियां खेलीं. उल्लेखनीय है कि डेब्यू टेस्ट के बाद उन्हें सिडनी में खेले गए दूसरे टेस्ट में जगह नहीं दी गई थी.
ब्रैडमैन ने 52 टेस्ट में 99.94 की औसत से 6996 रन बनाए. आखिट टेस्ट पारी में अपने करियर एवरेज को 100 तक ले जाने के लिए ब्रैडमैन को सिर्फ चार रन की जरूरत थी. इंग्लैंड के विरुद्ध उस टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज महज दो गेंदे ही खेल पाए. उन्हें एरिक होलीज ने बोल्ड किया था.