पाकिस्तान की घरेलू क्रिकेट में इन दिनों सिख समुदाय का एक क्रिकेट महिंदर पाल सिंह छाया हुआ है. वह घरेलू स्तर पर लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और अब पाकिस्तान के लिए खेलने का सपना देख रहे हैं. महिंदर पाल सिंह का सपना है कि वह अपने देश के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने वाले सिख समुदाय के पहले व्यक्ति बने. साथ ही वह भारत के खिलाफ मैच खेलना चाहते हैं.
भारत के खिलाफ क्रिकेट खेलना चाहते महिंदर पाल सिंह
पाकिस्तान के सिख गेंदबाज महिंदर पाल सिंह ने अपने एक बयान में कहा, “मेरे लिए पाकिस्तान के लिए भारत के खिलाफ क्रिकेट के किसी भी स्तर पर खेलना बहुत मायने रखता है. अगर आप किसी भी क्रिकेटर से पूछेंगे तो वह कहेगा कि वह उच्च दबाव वाले मैचों में खेलना चाहता है, जो कि एक बड़ा मौका है और जिस पर पूरी दुनिया की नजरें होंगी. भारत बनाम पाकिस्तान मैच हमेशा एक विशेष अवसर होता है.”
ऐसे मैच का नायक बनना पसंद करूंगा, जो मजबूत प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ हो
महिंदर पाल सिंह ने आगे अपनी बात को बढ़ाते हुए कहा, “मैं भविष्य में अपने क्रिकेट करियर में कभी इस अवसर का हिस्सा बनना पसंद करूंगा, मैं एक ऐसे मैच में नायक कहलाना पसंद करूंगा, जो एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ हो और जिसे दुनिया भर के प्रशंसक देख रहे हों.
भारत के पंजाब में मेरे रिश्तेदार हैं. मेरे कई रिश्तेदार वहां रहते हैं जिनसे हम नियमित रूप से मिलते हैं. साथ ही भारत में मेरे बहुत सारे प्रशंसक हैं, खासकर पंजाब में, जो हमेशा मुझे शुभकामनाएं देते हैं और कहते हैं कि अगर मैं कभी पाकिस्तान के लिए खेला तो वे उन मैचों में मेरा और पाकिस्तान का समर्थन करेंगे.”
महिंदर के ख्वाहीश पूरी होने के बहुत कम चांस
2007-08 के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच एक भी टेस्ट मैच नहीं खेला गया है और अगर कोई वनडे और टी20 मैच खेला गया है, तो वह भी अधिकतर आईसीसी के इवेंट में ही खेला गया है.
2012 में पाकिस्तान की टीम भारत आई थी, लेकिन पाकिस्तान के इस भारत दौरे में भी सिर्फ तीन वनडे और 2 टी-20 मैच खेले गये थे और कोई भी टेस्ट मैच नहीं खेला गया था. इस द्विपक्षीय सीरीज के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं हुई है.
भारत सरकार पाकिस्तान से खेलने की अनुमति नहीं देती है, इसलिए महिंदर पाल सिंह के ये उम्मीद पूरी होने के बहुत कम चांस है.