अगर चेन्नई सुपर किंग्स की टीम आईपीएल 2019 के फाइनल में अपनी जगह बना पाई थी, तो इसमे सबसे बड़ा योगदान साउथ अफ्रीका के स्टार लेग स्पिनर इमरान ताहिर का था. उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में शानदार गेंदबाजी की थी और आईपीएल 2019 में पर्पल कैप का खिताब जीता था.
पिछले सीजन पर्पल कैप जीतने के बावजूद इस सीजन नहीं मिल रही जगह
इमरान ताहिर ने आईपीएल 2019 के सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए कुल 17 मैच खेले थे. जिसमे उन्होंने 6.69 की शानदार इकॉनामी रेट से अपनी टीम के लिए कुल 26 विकेट हासिल किये थे.
इस दौरान उनका औसत 16.57 का रहा है. वहीं इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 14.84 का रहा है. हालांकि पिछले सीजन पर्पल कैप जीतने के बावजूद उन्हें इस सीजन प्लेइंग इलेवन में जगह नही मिल पा रही है.
धोनी चाह कर भी नहीं बना पा रहे ताहिर की जगह
इमरान ताहिर जैसे गेंदबाज को हर कोई कप्तान अपनी प्लेइंग इलेवन में शामिल करना चाहेगा, लेकिन धोनी चाहकर भी ताहिर को प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं कर पा रहे हैं. दरअसल, आईपीएल में सिर्फ 4 विदेशी खिलाड़ियों का नियम है.
मौजूदा समय में चेन्नई के पास भारतीय बल्लेबाजों के रूप में ज्यादा अच्छे बल्लेबाज नहीं है. मुरली विजय, ऋतुराज गायकवाड़ और एन जगदीशन को चेन्नई की टीम देख चुकी है, लेकिन तीनों फ्लॉप साबित हुए थे, ऐसे में धोनी को फाफ डू प्लेसी और शेन वॉटसन को प्लेइंग इलेवन में जगह देनी पड़ रही है.
ब्रावो और कुरेन के अच्छे प्रदर्शन की वजह से भी नहीं बन पा रही ताहिर की जगह
वहीं सैम कुरेन ने इस सीजन अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों से ही कमाल का प्रदर्शन किया है, इसलिए उन्हें भी प्लेइंग इलेवन से बाहर करना सही नहीं है.
वहीं ड्वेन ब्रावो सालों से चेन्नई के लिए अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और टीम के प्रमुख ऑलराउंडर है, इसलिए इन चारों विदेशी खिलाड़ियों को प्लेइंग इलेवन में शामिल करने के चलते इमरान ताहिर की जगह प्लेइंग इलेवन में नहीं बन पा रही है.