इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ECB) के डायरेक्टर एश्ले जाइल्स ने आईपीएल के बाकी मैचों में खेलने से इंगलिश खिलाडियों को मना कर दिया था. इसको लेकर पूर्व इंग्लिश खिलाड़ी केविन पीटरसन का बयान सामने आया है. पीटरसन ने बोर्ड से खिलाडियों को आईपीएल खेले जाने को तरजीह देने की बात की हैं.
पूर्व सीनियर कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज़ पीटरसन ने ट्वीट कर कहा कि 2009 में मैं अकेला आईपीएल खेलने वाला खिलाड़ी था तब बोर्ड (ECB) के खिलाफ चला गया और आज तो बेस्ट ब्रांडेड खिलाड़ी हैं ,अगर ये सभी खिलाड़ी एकजुट हों तो आईपीएल खेल सकते हैं. आखिर क्या है पीटरसन के इस विरोध का पूरा कारण, उस पर नज़र डालेंगे इस आर्टिकल में
जाइल्स ने ऐसा फैसला क्यो किया ?
दरअसल आईपीएल 2021 (IPL 2021) कोरोना वायरस के वजह से टल गया. हालाकि, पहले ही इंग्लिश बोर्ड (ECB) ने कई खिलाडियों को न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज छोड़ने की अनुमति दी थी, तब जाकर वह आईपीएल खेल सके थें. लेकिन अब आईपीएल रीशेडयुल होता है तो बाकी मैचों में खेलना संभव नहीं है.
क्योकि जून में इंग्लैंड का न्यूजीलैंड और फिर श्रीलंका और अगस्त में भारत से सीरीज़ खेलनी है. उसके बाद टी-20 विश्व कप भी है. इसलिए आईपीएल 2021 के बचे हुए मैच रीशेड्यूलिंग में काफ़ी समस्याओं का सामना बीसीसीआई को करना पड़ सकता है.
कई आईपीएल टीमों को होगा इसका नुकसान
आईपीएल में इंग्लिश खिलाड़ियों के नहीं खेलने से सबसे अधिक नुकसान राजस्थान को होगा. बटलर,स्टोक्स, जोफ्रा आर्चर बेहद अहम खिलाड़ी हैं. वहीं चेन्नई के लिए सैम करन और हैदराबाद के लिए जाॅनी बेयरस्टो महत्वपूर्ण है. लेकिन इंग्लिश क्रिकेट बोर्ड के फ़ैसले के बाद ये खिलाड़ी उपलब्ध नहीं होंगे.
इस लिहाज़ से ये कहना गलत नहीं होगा कि अपने इतने अहम खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी का नुकसान कई आईपीएल टीमों को उठाना पड़ सकता है. जिसके बाद आईपीएल 2021 के बचे हुए हिस्से में कई टीमों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.