IPL 2021: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2021 का दूसरा क्वालिफायर मुकाबला दिल्ली कैपिटल्स (DC) और कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के बीच शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया. एक समय मैच में एकतरफा जीत की तरफ बढ़ रही केकेआर आखिरी ओवर में फंसते दिखी. आखिरकार रोमांचक मैच में आखिरी ओवर में अश्विन के 5वें गेंद पर छक्का लगा कर राहुल त्रिपाठी ने फाइनल का टिकट कटवा दिया. वहीं, दिल्ली कैपिटल्स का सफर यहीं समाप्त हो गया.
केकेआर की शानदार ओपनिंग
शारजाह में क्वालिफायर टू के मुकाबले में कोलकाता के सामने दिल्ली ने 136 रन का लक्ष्य रखा. कोलकाता के ओपनर्स वेंकटेश अय्यर और शुभमन गिल क्रीज पर उतरते ही संभल कर बल्लेबाजी करना शुरू किया. हालांकि, वेंकटेश अय्यर ने 41 बॉल पर तेज-तर्रार 55 रन बनाए इस दौरान उनके बल्ले से 4 चौके और 3 शानदार छक्के निकले. सलामी जोड़ी ने टीम के लिए 96 रन की साझेदारी की. इस जोड़ी को रबाडा ने तोड़ा. इस जोड़ी के टूटते ही केकेआर की टीम संकट में फंसती दिखी हालांकि, किसी तरह आखिरी ओवर में जीत हासिल हुई.
आखिरी ओवर में जीता केकेआर
केकेआर का दूसरा विकेट नीतीश राणा के रुप में गिरा उन्होंने 12 गेंद में 13 रन बनाया. वहीं, तीसरा विकेट शुभमन गिल (46) के रुप में गिरा. देखते ही देखते कोलकाता की आधी टीम साफ हो गई. आखिर ओवर में जरुरी 7 रन के बनाने के दौरान केकेआर टीम के 2 विकेट गिर गए. 2 गेंद पर जरुरी 6 रन को राहुल त्रिपाठी ने छक्का लगा कर दिल्ली के फाइनल में जगह बनाने के सपने पर पानी फेर दिया. अब केकेआर की टीम सीएसके के साथ 15 अक्टूबर को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में फाइनल खेलेगी जहां तीसरी बार खिताब जीतने पर नजर रहेगी.
दिल्ली के गेंदबाजों की हुई तारीफ
वहीं, दिल्ली को शिकस्त देकर फाइनल में जगह बनाने पर केकेआर के कप्तान ओएन मोर्गन काफी उत्साहित दिखे. उन्होने कहा,
‘आखिरी के चार ओवरों में हमने जो किया हम नहीं चाहते थे ऐसा हो, क्योंकि हमारे ओपनरों ने बहुत अच्छा किया था. बेशक हम फाइनल जीतने उतरेंगे. हम आसानी से मैच जीतना चाहते थे, लेकिन दिल्ली कैपिटल्स बहुत अच्छी टीम है. दिल्ली के गेंदबाजों ने हमें मैच में आखिरी ओवरों में संघर्ष के लिए मजबूर किया.’
हालांकि, रोमांचक मैच जीतने पर केकेआर के कप्तान ने अपने खिलाड़ियों की प्रशंसा भी की. खासकर, टीम के युवा सलामी बल्लेबाजों की मोर्गन तारीफ करते नहीं थके. उन्होंने कहा,
‘हमारे लिए अच्छा है कि हमारे पास कई युवा भारतीय खिलाड़ी हैं. जिस तरह की हमारी टीम है, हम लगातार बातचीत करते रहे हैं, हम अपनी रणनीति अपनाने में कामयाब रहे. इस टूर्नामेंट के दूसरे लेग में ब्रैंडन मैक्कलम ने वेंकटेश अय्यर को लगातार नेट्स पर बढ़ियां खेलते देख आगे बढ़ कर सपोर्ट किया यही वजह रही कि वह टीम में जगह बना पाए और अहम योगदान दे पाए.’
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