वकालत की पढ़ाई के लिए इस युवा खिलाड़ी ने क्रिकेट को कहा अलविदा 1

इंग्लैंड क्रिकेट टीम के हरफनमौला खिलाड़ी जफर अंसारी ने वकालत में करियर बनाने के उद्देश्य से 25 साल की उम्र में ही क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी है। अंसारी के इंग्लिश काउंटी क्लब सरे ने बुधवार को इसकी घोषणा की।  जिस चीज़ ने धोनी को बनाया भारत का सबसे महान खिलाड़ी, उसी चीज़ को पाना अपने करीयर की सबसे बड़ी भूल मानता है ये दिग्गज खिलाड़ी

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, अंसारी ने कहा कि वह अपनी कुछ अन्य महत्वाकांक्षाओं को पूरा करना चाहते हैं।  ट्विटर पर देखने को मिली भगवान और युवराज सिंह की जुगलबंदी

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इंग्लैंड टीम में अंसारी ने पिछले साल अक्टूबर में बांग्लादेश के खिलाफ पदार्पण किया था। इसके बाद उन्होंने भारत के खिलाफ दो टेस्ट मैच भी खेले। उन्होंने प्रथम श्रेणी में खेले गए 71 मैचों में 128 विकेट लिए।

अंसारी ने कहा, “पेशेवर क्रिकेट खिलाड़ी के तौर पर सात साल बिताने और करीब दो दशक तक क्रिकेट खेलने के बाद मैंने अपने क्रिकेट करियर को अलविदा कहने का फैसला किया है।”

उन्होंने कहा, “इस समय संन्यास की घोषणा करना हैरानी की बात है। मैंने हमेशा से क्रिकेट को अपने जीवन का एक हिस्सा बनाए रखा है, लेकिन मुझे अपनी कुछ और महत्वकांक्षाओं को भी पूरा करना है। इस लक्ष्य के साथ मैं अपने दूसरे करियर को गति देना चाहता हूं, शायद वकालत में। इसके लिए अभी से शुरुआत करनी होगी।”

अंसारी ने कैंब्रिज विश्वविद्यालय से राजनीतिशा, दर्शनशा और समाजशा विषयों में फर्स्ट क्लास आनर्स के साथ स्नातक की डिग्रियां ली हैं और रॉयल होलोवे कॉलेज से इतिहास में मास्टर की पढ़ाई कर रखी है।

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अंसारी ने 2015 में आयरलैंड के खिलाफ इंग्लैड की एकदिवसीय टीम में पदार्पण किया था। इसके बाद उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था। वह आठ साल की उम्र से ही सरे काउंटी क्लब के लिए खेल रहे हैं।

सरे काउंटी टीम के निदेशक एलेक स्टुअर्ट ने कहा, “अंसारी एक अच्छे खिलाड़ी हैं और उनके इस फैसले की हम सबको इज्जत करनी चाहिए।”