एक गुरु को उस वक्त निराशा होती है जब उसके शिष्य को पूर्ण रूप से गुणों से भरे होने के बावजूद भी लोग नजरंदाज कर दें. रणजी टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करने वाले मयंक अग्रवाल का प्रदर्शन किसी सपने देखने जैसा है, उसके बावजूद उसे टीम में शामिल नहीं किया गया. इससे कर्नाटक टीम के कोच आरएक्स मुरलीधर हताश हुए हैं. हालांकि, वह निराश नही हैं और उन्हें उम्मीद है कि मयंक टीम में जगह जरूर बनाएगा.
मयंक अग्रवाल का असाधारण प्रदर्शन-
रणजी ट्रॉफी 2017-18 में कर्नाटक की टीम ग्रुप A की अंक तालिका में 32 अंकों के साथ सबसे ऊपर है. इसका श्रेय जाता है कर्नाटक की बल्लेबाजी को. बल्लेबाजों में जिस बल्लेबाज ने सबसे अधिक प्रभावित किया है वह है मयंक अग्रवाल. 26 वर्षीय इस खिलाड़ी ने पिछले 4 मैचों की 7 पारियों में 1033 रन बनाए हैं. दिलचस्प यह है कि मयंक की पहली तीन पारियां बुरी तरह फ्लॉप रहीं थीं. तीन पारियों में केवल 32 रन बने थे. एक मैच की तो दोनों पारियों में 0 पर आउट हो गये थे.
मयंक होने वाले थे रणजी टूर्नामेंट से बाहर-
मयंक के कोच ने कहा, जब वह लगातार तीन मैचों में रन बनाने में नाकाम रहा, तब मुझे लगा कि वह अगले मैच से बाहर हो जाएगा, उसकी बल्लेबाजी व्यवस्थित थी और सही तकनीक का भी इस्तेमाल कर रहा था, मगर बल्ले से रन नही निकल रहे थे. हालांकि, कप्तान ने उस पर भरोसा जताया और अगले ही मैच में उसने तिहरा शतक जमा दिया. उसके बाद वह लगातार रन बना रहा है.
मै राष्ट्रीय टीम में चुने जाने की सोच रहा था-
मुरलीधर ने कहा, मयंक की प्रदर्शन ऐसी है कि उसे राष्ट्रीय टीम में लिया जा सकता है. हालाँकि, शिखर धवन और मयंक के साथी खिलाड़ी केएल राहुल टीम की सलामी जोड़ी के प्रबल दावेदार हैं. उन्होंने कहा, सच कहूं तो मै श्रीलंका के खिलाफ मयंक अग्रवाल के टीम में चुने जाने की सोच रहा था, लेकिन ऐसा नही हुआ. मयंक अच्छा कर रहा है और अभी बहुत लम्बा सफर तय करना है तो निराश होने की जरुरत नही है.