भारत और दक्षिण अफ्रीका बीच टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच गुरुवार से पुणे में खेला जाएगा। भारत ने सीरीज के पहले मैच को 203 रनों से अपने नाम किया था। पिछले मैच में भारत ने गेंद और बल्ले से बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए मैच अपने नाम किया था। दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में बल्ले से अच्छी लड़ाई की लेकिन दूसरी पारी में वह कुछ खास नहीं कर पाए।
स्पिन के खिलाफ क्या है रणनीति?
भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच से पहले फाफ डू प्लेसिस ने भारतीय परिस्थिति में स्पिन गेंदबाजी का सामना करने पर अपनी रणनीति बनाई। प्रेस कॉन्फ्रेंस में बात करते हुए उन्होंने कहा
“मुझे लगता है कि मेरे लिए पहली पारी 2015 से अलग थी। आप भारतीय की स्पिन परिस्थितियों पर कोशिश करते हैं और पिच पर टिकने की कोशिश करते हैं। इससे काफी काफी डिफेंसिव हो जाते हैं और विपक्षी टीम को हावी होने के मौका मिल जाता है। आपको सकारात्मक खेल का अच्छा संयोजन बनाने की आवश्यकता है और इससे गेंदबाजी टीम पर दवाब जायेगा।”
शमी से सीख रहे
विशाखापत्तनम टेस्ट के अंतिम दिन मोहम्मद शमी ने रिवर्स स्विंग से दक्षिण अफ्रीका के 5 बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। कप्तान फाफ डू प्लेसिस ने उनके गेंदबाजी की भी सराहना की। शमी की तारीफ में उन्होंने कहा
“मुझे लगता है कि उन्होंने दूसरी पारी में पहली पारी की तुलना थोड़ी तेज गेंदबाज की। इससे गेंद पिच से थोड़ी तेज आई और उन्होंने 5 आउट कर दिए। उन्होंने छोटे स्पेल में जैसी गेंदबाजी की और उनकी गेंदबाजी की जो लेंथ रही है, उससे हम सीख रहे हैं।”
घरेलू मैच ज्यादा महत्वपूर्ण होंगे
आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के लिए फाफ डू प्लेसिस का मानना है कि घरेलू मैच काफी महत्वपूर्ण होने वाले हैं। उन्होंने कहा कि भारत आने से पहले ही उन्हें पता था कि खेलना मुश्किल होने वाला है। उन्होंने कहा
“मुझे लगता है कि घर मैच महत्वपूर्ण होने जा रहे हैं। हम जानते थे कि भारत हमेशा खेलने के लिए कठिन होने वाला है। लेकिन आपके पास मौका है कि घर में अंक कमाए। अब आप तीन मैचों की सीरीज में 2-0 से आगे रहने के बाद भी युवा खिलाड़ियों को मौका नहीं देंगे क्योंकि सभी मैच महत्वपूर्ण होने वाले हैं।”