विश्वकप शुरु होने में चंद दिन ही बाकी है, इस बार कौन सी टीम विश्वकप विजेता बनेगी, इसको लेकर जंग छिड़ी हुई है. आज हम आपको उन खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जो कभी विश्वकप विजेता टीम का हिस्सा रहे थे, लेकिन इस समय वे राजनीतिक परिद्रश्य को समझने में लगे हुए है.
इमरान खानः
पाक टीम के कप्तान और विश्वकप टीम का हिस्सा रहे इमरान खान इस समय पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद पर काबिज हैं. 1992 में इनकी कप्तानी में इंग्लैंड को हराकर पाक ने विश्वकप खिताब को अपने नाम किया था. क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद खान ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ नाम की पार्टी की स्थापना की थी. इस बार उनकी पार्टी सत्ता में आई है, और वह पीएम के रुप में देश का नेतृ्त्व कर रहे हैं, इस समय पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे से जूझ रही है.
ख़ान ने 1999 में जनरल परवेज़ मुशर्रफ़ के सैन्य तख्ता-पलट का समर्थन किया, लेकिन 2002 के आम चुनावों से कुछ महीने पहले उनके राष्ट्रपति पद की भर्त्सना की.
अर्जुन रणतुंगाः
अर्जुन रणतुंगा 1996 में विश्वकप विजेता क्रिकेट टीम का हिस्सा रहे हैं, इनकी ही कप्तानी में श्रीलंका ने पहली बार 1996 में विश्वकप के खिताब को अपने नाम किया.
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद इन्होंने श्रीलंका की राजनीति में प्रवेश किया, वह इस समय पेट्रोलियम मंत्री के पद पर आसीन है, इनके ऊपर मीटू कैंपेन के तहत एक एयरहोस्टेस ने यौन उत्पीड़न का आरोप भी लगाया था.
सनथ जयसूर्याः
श्रीलंका टीम को विश्वकप जिताने में अहम भूमिका निभाने वाले सनथ जयसूर्या जिन्होंने 1996 में टीम का प्रतिनिधित्व किया था. इन्होंने 10 हजार से भी अधिक रन बनाए हैं. क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद जयसूर्या ने राजनीति में भी हाथ आजमाया और संसद के लिए चुने जाने के बाद मंत्री भी बने. वह 2013 में श्रीलंका क्रिकेट के चयन समिति के अध्यक्ष भी बने लेकिन 2015 में टीम की असफलता के बाद उनका कार्यकाल खत्म हो गया.
गौतम गंभीरः
इंडियन क्रिकेट टीम के पूर्व औपनर बल्लेबाज गौतम गंभीर जिन्होंने हाल ही में भाजपा में शामिल हुए. 2019 लोकसभा चुनाव नई दिल्ली से भाजपा के प्रत्याशी के रुप में चुनाव लड़ रहे हैं. ये 2007 टी-20 क्रिकेट विश्वकप टीम और 2011 विश्वकप में टीम का अहम हिस्सा रहे थे, इन्होंने विश्वकप फाइनल में संघर्षपूर्ण पारी खेलकर टीम को जीत दिलाई थी. इन्होंने आईपीएल में कोलकाता टीम का नेतृत्व करते हुए टीम को दो बार आईपीएल का खिताब दिलाया.
कीर्ति आजादः
कीर्ति आजाद जो कि 1983 विश्वकप विजेता रही भारतीय टीम का हिस्सा थे, इन्होंने भारत को विश्वकप दिलाने में महत्वपूर्ण भुमिका अदा की. इनके पिता बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं, वह 2014 में भाजपा की सीट से दरभंगा से चुनाव लड़े थे, इस चुनाव में उन्होंने जीत भी दर्ज की थी. लेकिन इस समय वह कांग्रेस में हैं.
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