इंग्लैंड और भारत के बीच खेली जा रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का नॉटिंघम में खेला गया तीसरा टेस्ट मैच भारत ने बड़ी शान से जीत लिया है। इस जीत के कुछ देर बाद ही भारतीय टीम के सेलेक्टर्स ने आखिरी दो टेस्ट मैचों के लिए भारतीय टीम को ऐलान किया जिसमें मुरली विजय की जगह पृथ्वी शॉ को शामिल किया।
इन पांच बातों से पृथ्वी थे टीम में जगह पाने के हकदार
भारतीय क्रिकेट के उभरते बल्लेबाज पृथ्वी शॉ के लिए ये एक किसी बड़े सपने के साकार होने से कम नहीं है। पिछले कुछ समय से अपने आपको साबित कर रहे पृथ्वी शॉ वाकई में टीम में जगह पाने से सही हकदार थे जिसके ये पांच कारण प्रमुख हैं।
प्रतिभाशाली खिलाड़ी
भारतीय क्रिकेट में मौजूदा समय में कई युवा प्रतिभा सामने आ रही है लेकिन इन सबके बीच मुंबई के 19 साल के पृथ्वी शॉ में एक अलग तरह का हुनर नजर आता है। पृथ्वी शॉ की बल्लेबाजी से झलकता है कि इस युवा में प्रतिभा कूट-कूट कर भरी है जो आने वाले समय में एक बड़े सितारें बन सकते हैं।
बेखौफ बल्लेबाजी
भारतीय टेस्ट टीम में वैसे तो वीरेन्द्र सहवाग से पहले और वीरेन्द्र सहवाग के बाद से कोई ऐसा बल्लेबाज नजर नहीं आया है जो इस फॉर्मेट में भी बेखौफ बल्लेबाजी कर सके। लेकिन पृथ्वी शॉ में वीरेन्द्र सहवाग की तरह की खुलकर बल्लेबाजी करने की काबिलियत नजर आती है। पृथ्वी शॉ की बल्लेबाजी में साफ दिखया है कि वो किसी भी तरह के गेंदबाज के सामने खुलकर खेल सकते हैं।
तेज पिचों पर बल्लेबाजी करने का क्षमता
तेज और स्विंग पिचों पर खेलने के लिए एक बल्लेबाज में सबसे अच्छा गुण होता है वो है बल्ले का फ्लो, गेंद पर अपना बल्ला तेजी के साथ ले जाने की क्षमता। इसी तरह का गुण पृथ्वी शॉ में है। पृथ्वी शॉ का बैट फ्लो बहुत ही तेज हैं जिससे वो तेज पिचों पर खेलने में ज्यादा परेशान नहीं हो सकते हैं।
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में लगातार शानदार प्रदर्शन
पृथ्वी शॉ को उनकी काबिलियत के दम पर मुंबई ने 18 साल से भी कम उम्र में रणजी टीम में खेलने का मौका दिया। उसके बाद से तो पृथ्वी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा है और लगातार शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। पृथ्वी शॉ ने अब तक खेले 14 प्रथम श्रेणी मैचों में शानदार प्रदर्शन करते हुए 56.72 की औसत से 1418 रन बना लिए हैं। जिसमें उन्होंने 7 शतक जड़े हैं।
इंग्लैंड दौरे पर भारत-ए के लिए शानदार प्रदर्शन
पृथ्वी शॉ को पिछले महीनें ही इंग्लैंड दौरे पर गई भारत ए की टीम में खेलने का मौका मिला। इस मौके को पृथ्वी ने दोनों हाथों से भुनाया और शानदार बल्लेबाजी की। इंग्लैंड दौरे पर इस युवा बल्लेबाज ने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए रनों का अंबार लगाया और साबित किया कि वो इंग्लैंड की पिचों पर खेलने की क्षमता रखते हैं।
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