क्रिकेट डेस्क। रोहित शर्मा की कप्तानी पारी (84 नाबाद) की मदद से मुंबई इंडियंस ने बुधवार को आईपीएल में कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) पर 6 विकेट से जीत दर्ज की। केकेआर ने कप्तान गौतम गंभीर (64) और मनीष पांडे (52) की शतकीय भागीदारी की मदद से 5 विकेट पर 187 रन बनाए। जवाब में मुंबई ने रोहित की उम्दा पारी से 5 गेंद शेष रहते 4 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल किया। एक अच्छा स्कोर बनाने के बाद भी कोलकाता की टीम मैच हार गई।
आइए नजर डालते हैं उन कारणों पर जिन्होंने कोलकाता को पहली हार का स्वाद चखा दिया-
अंतिम ओवरों की बल्लेबाजी
कोलकाता की टीम को गंभीर की पारी के बाद एक मजबूत शुरुआत मिली थी, और यही कारण था, कि 15.5 ओवर में उनका स्कोर 150 रन हो गया था। लेकिन इसके बाद बल्लेबाजों से जैसी उम्मीद की जाती है वैसा खेल नहीं दिखाया और पूरा स्कोर 187 रन पर टिक गया। अगर कोलकाता के बल्लेबाज 25-30 रन और बनाते तो इस मैच का रुख कुछ और हो सकता था।
गंभीर का टॉस हारना
गंभीर का टॉस हारना उनके लिए काफी घातक साबित हो गया। टीम जब किसी लक्ष्य का पीछा करती है तो उसे पता होता है, कि इस रनगति से स्कोर करने पर जीत मिल जाएगी और वह उस हिसाब से खेल में बदलाव कर लेते हैं। कोलकाता ने अच्छी शुरुआत की लेकिन वह मुंबई को भाप नहीं सके और उनके द्वारा बनाया गया स्कोर कम पड़ गया।
खराब गेंदबाजी
कोलकाता द्वारा 187 रन का लक्ष्य देने के बाद भी गेंदबाजों में आक्रामकता नजर नहीं आई। उन्होंने रोहित शर्मा का विकेट हासिल करने की भरपूर कोशिश नहीं किया और उसका परिणाम सामने हैं। इसके साथ ही उनके प्रमुख गेंदबाज रसेल बहुत ही महंगे साबित हुए, उन्होंने 4 ओवर में 13 की औसत से 52 रन दिए। इसके साथ ही कुलदीप यादव और हॉग की गेंदबाजी को बल्लेबाजों ने बड़े ही आसानी के साथ खेला।
कोलकाता का अति आत्मविश्वास
187 रन के लक्ष्य को हासिल करने के बाद कोलकाता की टीम अति आत्मविश्वास में आ गई और उन्होंने उस तरह से क्षेत्ररक्षण में रन रोकने की भी कोशिश नहीं की। इसका परिणाम यह हुआ कि रोहित की पारी धीरे-धीरे इतनी बड़ी हो गई, कि उसने मैच मुंबई के नाम कर दिया। इसके साथ ही गौतम गंभीर ने गेंदबाजों का चुनाव और उनके गेंदबाजी की टाइमिंग को सही से नहीं परखा। अंत तक मैच कोलकाता अपने नाम कर सकती थी, लेकिन 19वां ओवर रसेल को देना बहुत बड़ी गलती साबित हुई और मैच हाथ से निकल गया।
रोहित को गंभीरता से नही लिया गम्भीर ने
रोहित शर्मा ने पिछली पारियों में जिस प्रकार का प्रदर्शन किया था, उससे उन पर अच्छा खेलने का दवाब था, लेकिन गंभीर ने इस बात पर उतना गम्भीर ध्यान नहीं दिया। रोहित को गेंदबाजों ने शॉर्टपिच गेंद कराई और इसका परिणाम यह हुआ कि उन्हें क्रीज पर खड़े रहने का मौका मिल गया। दूसरे छोर से तो विकेट गिरते रहे लेकिन रोहित ने अंत तक अपना विकेट नहीं दिया, और कोलकाता को हार का सामना करना पड़ा।