विश्वकप 2019 से पहले इन 3 कारणों से महेंद्र सिंह धोनी को नहीं करना चाहिए भारतीय टीम से ड्राप! 1

भारत के दिग्गज वनडे बल्लेबाज और विकेटकीपर महेन्द्र सिंह धोनी मौजूदा समय के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर बल्लेबाज हैं। धोनी ने अपने अब तक के करियर के दौरान बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग से खूब छाप छोड़ी है।

इन 3 कारणों से महेन्द्र सिंह धोनी को विश्व कप में नहीं करना चाहिए ड्रॉप

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लेकिन वहीं इन दिनों भारतीय क्रिकेट में पूर्व कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज महेन्द्र सिंह धोनी को विश्व कप में मौका दे या ना दें इस पर बड़ी जबरदस्त चर्चा चल रही है। कई लोगों का मानना है कि धोनी को विश्व कप में नहीं चुना जाए तो कई कह रहे हैं धोनी के बिना मुश्किल होगा।

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ये आवाज अब ऋषभ पंत और दिनेश कार्तिक के अच्छे प्रदर्शन के कारण उठ रही है। बहरहाल ये चीजें आप और हमारे हाथ में नहीं है। ये तो सेलेक्टर्स तय करेंगे। लेकिन आपको बताते हैं 3 कारण जिससे धोनी को नहीं करना चाहिए ड्रॉप…

मध्य क्रम में धोनी हैं बहुत ही उपयोगी

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भारतीय टीम के पास मौजूदा समय में वनडे क्रिकेट में शुरुआती तीन बल्लेबाज शिखर धवन, रोहित शर्मा और विराट कोहली सर्वश्रेष्ठ हैं। ये तीनों ही बल्लेबाज भारतीय टीम की बल्लेबाजी की जिम्मेदारी को संभाल लेते हैं।

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लेकिन भारतीय टीम की सबसे बड़ी चिंता मध्यक्रम है। मध्यक्रम में भारतीय टीम के पास कोई भरोसेमंद बल्लेबाज नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में जब भारत के टॉप-3 बल्लेबाज के बाद टीम को संभालने की बारी आएगी तो धोनी पर ही विश्वास किया जा सकता है।  धोनी को मध्यक्रम में बल्लेबाजी करने और स्कोर बढ़ाने की जबरदस्त समझ है।

विकेट के पीछे धोनी हैं मौजूदा समय के सबसे बड़े कलाकार

विश्व क्रिकेट में जब कभी भी सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर की बात आएगी तो महेन्द्र सिंह धोनी टॉप में रहेंगे। इन्होंने विकेट के पीछे अपनी चपलता तो हर किसी को अपना कायल बना दिया है।

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महेन्द्र सिंह धोनी के विकेट के पीछे इसी करामाती प्रदर्शन के कारण भारतीय टीम को खूब फायदा मिलता है। पंत और कार्तिक भी अच्छे विकेटकीपर हैं लेकिन धोनी अपने ही अलग अंदाज से बल्लेबाज को आउट करने का काम दिखाते रहे हैं।

अनुभव का नहीं है कोई तोड़

भारतीय क्रिकेट में साल 2004 में कदम रखने वाले महेन्द्र सिंह धोनी भारत के लिए लगातार इतने सालों से क्रिकेट खेल रहे हैं। धोनी ने तीनों ही फॉर्मेट में अब तक करीब 500 से ज्यादा मैच खेल लिए हैं। ऐसे में अनुभव के मामले में धोनी का क्या स्तर ये समझा जा सकता है।

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महेन्द्र सिंह धोनी ने कप्तानी छोड़े काफी समय हो गया है लेकिन उन्होंने अपने अनुभव से कप्तान विराट कोहली की बड़ी मदद की है। धोनी की उपस्थिति ही मैच में दूसरे खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का काम करती है।

 

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