अहमदाबाद, बीते माह टीम इंडिया के क्रिकेटर रवीन्द्र जड़ेजा द्वारा गिर अभयारण्य में शेरों के साथ सेल्फी लेने के मसले पर वन अधिकारी दो खेमों में बंट गए हैं. मालूम हो कि यह सेल्फी विवाद तब सामने आया था जब जड़ेजा ने 14-15 जून को शेरों के साथ सेल्फी ली थी. जड़ेजा अपनी पत्नी के साथ घूमने गए हुए थे.
ख़बरों की मानें तो जूनागढ़ का एक खेमा रवींद्र जड़ेजा पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही के पक्ष में है तो वहीँ दूसरा पक्ष महज जुर्माना लगा कर पूरे मामले को ख़त्म करना चाहता है. बातचीत में एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि रवीन्द्र जड़ेजा पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए. हालाँकि, वन विभाग ने जड़ेजा को अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया था लेकिन उन्होंने फोन के जरिये से अपना पक्ष रखा.
सूत्रों की मानें तो टीम इंडिया के क्रिकेटर रवींद्र जड़ेजा ने बताया कि उन्हें इसके लिए उन्हें खेद है, उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी, कि वहां सेल्फी या तस्वीर लेना मना है. बताते चले कि यह पूरा मामला सामने आने के बाद काफी हंगामा हुआ था. जड़ेजा की हाल ही में शादी हुई है जिसके बाद वे अपनी पत्नी रीवा के साथ गिर पार्क में घूमने गए थे.
वहीँ, गिर अभयारण्य के नियमों के मुताबिक, अभयारण्य में पर्यटकों को अपनी सफारी जीपों से उतरने की मनाही है। लगभग 15 जून को खींची गई एक तस्वीर में जड़ेजा और रीवा जमीन पर बैठे हुए थे जिससे उनके पीछे एक पेड़ के नीचे आराम कर रहा शेर भी उस तस्वीर में आ सके।