भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा दूसरे वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया की टीम इस मैच में अपने बाह पर काली पट्टी बांधकर उतरी हैं. ऑस्ट्रेलिया टीम के पूर्व तेज गेंदबाज बॉब हॉलैंड जिनका कैंसर की बिमारी के कारण 70 साल की उम्र में निधन हो गया था. बॉब ने अपनी मृत्यु के दो दिन पहले ही न्यूकास्टल में अपने लिए रखे गये डिनर में हिस्सा लिया था. बॉब ने ऑस्ट्रेलिया की टीम के लिए 11 टेस्ट मैच खेले थे, जिसमे उन्होंने 34 विकेट हासिल किये थे. बॉब ने न्यू साउथ वेल्स के लिए 95 प्रथम श्रेणी मैच अपने करियर के दौरान खेले हैं.
उन्होंने सबसे सुखद जीवन जिया
बॉब हॉलैंड की मृत्यु के बाद उनके लड़के क्रैग ने कहा कि “वह अपने जीवन के सबसे अच्छे पड़ाव में थे. शुक्रवार की शाम को वह अपने पुराने साथियों के साथ डिनर पर थे. मेरा परिवार उन सभी लोगों का शुक्रिया करना चाहता हैं, जिन्होंने इस दुःख की घड़ी में हमारा साथ दिया.”
ऑस्ट्रेलिया की टीम इस समय भारत के दौरे पर हैं और उस पर भी भारत के खिलाफ सीरीज गँवाने का खतरा दिख रहा हैं. भारतीय इससे पहले वेस्टइंडीज और श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में जीत हासिल कर चुका हैं.
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने जताया दुःख
बॉब हॉलैंड की मृत्यु के बाद ऑस्ट्रेलिया टीम के पूर्व कप्तान मार्क टेलर ने वाइड स्पोर्ट्स से बातचीत के दौरान कहा कि “मुझे इस बात की बेहद खुशी हैं कि मैं उनसे इस शुक्रवार को मिलने के लिए गया था. मेरे नज़रिए से हम सभी को इस खबर ने जरुर कुछ चौका दिया हैं. मैं सोचता हूँ कि हम किसी ने इस तरफ नहीं सोचा था कि ये सब इतनी जल्दी होगा. बॉब हॉलैंड सिडनी में एक टेस्ट मैच में 10 विकेट लेने का कारनामा किया था. उन्होंने लॉर्ड्स के मैदान पर भी पांच विकेट अपने नाम पर किये थे और ये किसी भी गेंदबाज के लिए उसके करियर का एक दौर हो सकता हैं.”
वह एक योद्धा थे
मार्क टेलर ने अपने इस बयान में आगे कहा कि “वह एक अच्छे योद्धा थे, वह क्रिक्के के खेल को बेहद पसंद करते थे और उन्होंने इसका पूरा आनंद भी लिया. मुझे लगता हैं कि उन्हें अपनी गेंदबाजी के दौरान ये बात बिल्कुल भी पसंद नहीं थी कि कोई उनके सिर के उपर से उठाकर छक्का मार दे, लेकिन एक अच्छे स्पिनर होने के नाते वह बहुत जल्दी वापसी करते हैं.