भारत के विस्फोटक बल्लेबाज-विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी का वर्ल्ड कप 2019 का सफर कुछ खासा अच्छा नहीं रहा। वह अपने बल्ले से भारतीय टीम के लिए अधिक रन नहीं बना सके। इसी के साथ सेमीफाइनल में ही भारत न्यूजीलैंड के हाथों 18 रन से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई।
सेमीफाइनल मैच मैनचेस्टर में खेला गया, जिसमें बारिश ने बाधा पैदा की और मैच को रिजर्व डे में पूरा किया गया। भारतीय टीम के वर्ल्ड कप में सफर होने के साथ ही धोनी के संन्यास की खबरों ने तूल पकड़ लिया।
इसी बीच बीसीसीआई के पूर्व राष्ट्रीय चयनकर्ता संजय जगदाले ने कहा कि भारतीय क्रिकेट टीम के पास मौजूदा समय में धोनी का कोई विकल्प नहीं है। जगदाले ने मीडिया को बताया धोनी एक महान खिलाड़ी हैं और हमेशा उन्होंने निस्वार्थ रूप से भारत के लिए खेला है। उनके अनुसार भारतीय टीम के पास विकेटकीपर-बल्लेबाज के रूप में धोनी का कोई विकल्प नहीं है।”
मुंबई होने वाली चयन समिति बैठक में धोनी पर होगी चर्चा
38 वर्षीय पूर्व भारतीय कप्तान जिनकी फिनिशिंग योग्यताएं खत्म हो गई हैं। यह बात चर्चा का केंद्र होगी जब अगले अगस्त से शुरू होने वाली वेस्टइंडीज सीरीज के लिए राष्ट्रीय चयन समिति मुंबई में बैठक कर टीम चयन करेगी।
ऐसे अटकलें लगाए जा रहे हैं कि 2014 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास होने वाले धोनी संन्यास ले रहे हैं, हालांकि वह खुद अपनी भविष्य की योजनाओं को लेकर चुप्पी नहीं तोड़ी है। इस प्रकार, वेस्टइंडीज दौरे के लिए धोनी का चयन या चूक भविष्य में आने वाली चीजों का सूचक होगा।
धोनी के संन्यास पर बोले जगदाले
68 वर्षीय जगदाले ने धोनी के संन्यास पर कहा कि
“धोनी अपने रिटायरमेंट पर फैसला लेने के लिए काफी परिपक्व हैं। लेकिन राष्ट्रीय चयनकर्ताओं को उनसे यह पता लगाने के लिए मिलना चाहिए कि उनके भविष्य के बारे में उनके दिमाग में क्या चल रहा है, जैसा कि सचिन तेंदुलकर ने अपने संन्यास से पहले किया था।
“चयनकर्ताओं को धोनी को सूचित करना चाहिए कि वे भविष्य में उन्हें किस तरह से देखना चाहते हैं।”
धीमी बल्लेबाजी के लिए हुई धोनी की आलोचना
सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों हारकर भारत का वर्ल्ड कप 2019 का सफर खत्म हो गया। इस टूर्नामेंट में भारतीय विस्फोटक बल्लेबाज की धीमी पारी के लिए कड़ी आलोचना की गई थी।
इसपर जगदले ने पूर्व कप्तान का बचाव करते हुए कहा,
वह स्थिति के अनुसार खेलते हैं। धोनी टीम की आवश्यकता के अनुसार वर्ल्ड कप में खेले। सेमीफाइनल में भी वह उसी रणनीति के अनुसार बल्लेबाजी कर रहे थे, लेकिन बदकिस्मती से रन आउट हो गए। और यह कहना पूरी तरह से निराधार होगा कि एक क्रिकेटर के रूप में धोनी मिट गए हैं।
धोनी के आलोचना पर किया कटाक्ष
धोनी की आलोचना करने वालों पर कटाक्ष करते हुए, जगदले ने कहा,
“यहां तक कि वे खिलाड़ी भी उनकी आलोचना कर रहे हैं, जिन्होंने अपने करियर में अच्छा नहीं खेला है। इसलिए इस बात में कोई दोराय नहीं है कि केवल सच्चे खिलाड़ी ही धोनी की कीमत जानते हैं।”
जगदले ने कहा कि
“भविष्य को ध्यान में रखते हुए युवा विकेटकीपर ऋषभ पंत को मौका दिया जाना चाहिए। वर्ल्ड कप से पहले, पंत को धोनी के साथ-साथ वनडे टीम में शामिल किया जाना चाहिए था, क्योंकि पंत उनसे सीख सकते थे।”