विश्व कप से बाहर होने के बाद जैक कालिस ने दिया साउथ अफ्रीका को इंग्लैंड से सीखने की सलाह 1

आईसीसी विश्व कप 2019 के 30वें मैच मे पाकिस्तान का मुकाबला दक्षिण अफ्रीका से था. पाकिस्तान के कप्तान सरफराज अहमद ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था. टूर्नामेंट अपनी थोड़ी भी उम्मीद बचाए रखने के लिए दोनों टीमों को इस मुकाबले को अपने नाम करना जरुरी था. इस मैच को पाकिस्तान ने 49 रनों से अपने नाम कर लिया. इसके साथ ही दक्षिण अफ्रीका पूरी तरफ टूर्नामेंट से बाहर हो गया है.

दक्षिण अफ्रीका का इस टूर्नामेंट मे प्रदर्शन

दक्षिण अफ्रीका

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हर बार दूसरी टीमों को कड़ी टक्कर देने वाली, टूर्नामेंट शुरू होने से पहले जीत की दावेदार माने जाने वाली दक्षिण आफ्रिका का इस टूर्नामेंट मे प्रदर्शन बद से बदतर रहा.

टीम ने अभी तक 7 मैच खेले और उनमे से सिर्फ 1 मे जीत हासिल है, अनुभवी सलामी बल्लेबाजों के होते हुए भी टीम की बल्लेबाजी सबसे खराब रही. गेंदबाजी मे रबाडा पर पहले विश्वास जताया जा रहा था, पर उनका प्रदर्शन भी ख़ास नहीं रहा.

जैक कालिस ने अपनी टीम को इंग्लैंड से कुछ सीखने की दी नसीहत

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विश्व कप ट्राफी उठाना हर देश का सपना होता और अगर यह सपना टूटता है तो बुरा भी लगता है, पाकिस्तान से मैच हारने के बाद कल दक्षिण अफ्रीका का भी सपना टूट गया.

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दक्षिण अफ्रीका के महान खिलाड़ी जैक कालिस ने प्रोटियाज से विश्व कप से टीम के जल्दी बाहर निकलने के बाद इंग्लैंड के एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कैसे खुद को फिर से उठाया इससे दक्षिण अफ्रीका को सबक सीखने का आग्रह किया है.

जैक कालिस ने कहा कि

“2015 के बाद से इयोन मॉर्गन का पक्ष एकदिवसीय रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंच गया है और इस साल ट्रॉफी उठाने वाले प्रमुख दावेदारों में शामिल हैं. इंग्लैंड ने अपनी टीम के पुनर्निर्माण के लिए 2015 में अपने प्रदर्शन की निराशा का इस्तेमाल किया और एक दिवसीय क्रिकेट के लिए अपनी मानसिकता और दृष्टिकोण को पूरी तरह से बदल दिया.”

ऐसे उठाया इंग्लैंड ने खुद को अंतरराष्ट्रिय स्तर पर

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2015 के बाद से इंग्लैंड की टीम ने खुद को संभाला अपनी गलतियों से सीखा और आगे बढ़ी, आज यह हाल है कि वो विश्व कप की जीत की प्रबल दावेदार मानी जा रही है, अंक तालिका मे वो चौथे स्थान पर है.

कालिस ने कहा कि 

“इंग्लैंड अब बिना किसी डर के खेलता है और गलतियाँ करने से नहीं डरता. मेरे लिए, दक्षिण अफ्रीका ने इस टूर्नामेंट में बहुत रक्षात्मक  तरीके से  खेला है और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रत्येक मैच पर अधिक सकारात्मकता के साथ आक्रमण करने की आवश्यकता है.”