कोलकाता नाइ़ट राइडर्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच रविवार को खेले गए मुकाबले में केकेआर को मिली हार पर गौतम गंभीर ने केकेआर के कप्तान इयोन मोर्गन को जिम्मेदार ठहराया है. स्टार स्पोर्टस में हुई बातचीत के दौरान गौतम गंभीर ने मोर्गन को एक अजीबोगरीब कप्तान बोलते हुए उनकी कप्तानी पर सवाल उठाया है।
इसके अलावा उन्होनें इतना भी कह दिया कि अगर कोई भारतीय कप्तान ऐसे कर देता तो बवाल हो जाता, इसी मामले को आगे बढ़ाते हुए इस आर्टिकल में हम गौतम गंभीर और इयोन मोर्गन के इस पूरे वाकया पर बात करने वाले हैं.
ऐसा रहा मैच का हाल
कोलकाता नाइट राइडर्स को इस सीजन में एक बार फिर हार का सामना करना पड़ा है. चेन्नई के मैदान पर खेले गए इस मुकाबले में आरसीबी के कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया, लेकिन आरसीबी को पारी के दूसरे ही ओवर में कप्तान कोहली के रूप में बड़ा झटका लगा. हालांकि,बाद में ग्लेन मैक्सवेल और एबी डिविलियर्स ने अपनी आतिशी पारी की बदौलत आरसीबी को 204 रनो तक पहुँचाया था.
जिसके जवाब में केकेआर ने अपनी पारी की शुरूआत काफी रचनात्मक अंदाज में की थी, लेकिन शूरूआती दो विकेट गिरने के बाद केकेआर की पूरी पारी लड़खड़ती गई और 20 ओवरो में 8 विकट खोकर 166 रन ही बना पाई, जिसके चलते आरसीबी ने इस मुकाबले को 38 रनो से जीतकर अंक तालिका में फिर से शीर्ष पायदान पर कब्जा कर लिया है.
मोर्गन पर क्यों भड़के गौतम गंभीर
दरअसल ये वाकया आरसीबी की पारी के शुरूआती ओवरो में शुरू हुआ जब केकेआर के गेंदबाज वरुण चक्रवर्ती ने पारी के दूसरे ओवर में ही आरसीबी के दो विकेट चटकाए, लेकिन इसके बाद कप्तान इयोन मोर्गन उन्हें गेंदबाजी में रोक दिया था बस इसी वाकया पर गंभीर नें मोर्गन को लताड़ते हुए कहा
“मुझे यकीन नहीं होता कि केकेआर की टीम ने 204 रन बनवा दिये जबकि पहले दो ओवर में उसने दो विकेट चटका दिये थे. मॉर्गन ने दो विकेट लेने वाले वरुण चक्रवर्ती को गेंदबाजी से हटा दिया. अगर चक्रवर्ती लगातार गेंदबाजी करते तो हो सकता है ग्लेन मैक्सवेल आउट हो जाते, इसके अलावा पैट कमिंस का इस्तेमाल मॉर्गन ने सही नहीं किया.
कमिंस को आखिरी ओवरों में डिविलियर्स के खिलाफ गेंदबाजी करानी चाहिए थी, लेकिन कप्तान मॉर्गन ने आंद्रे रसेल को ओवर दिये और उन्होंने 2 ओवर में 38 रन दे दिये. यही नहीं मॉर्गन ने 19वां ओवर हरभजन सिंह को दिया जिन्होंने उस ओवर में 18 रन दे दिए, मैं इस बात से खुश हूँ कि किसी भारतीय कप्तान ने ऐसी गलती नहीं की वरना तो बवाल हो जाता.”