महेन्द्र सिंह धोनी के प्रदर्शन की कई लोगों ने आलोचना की थी। आईपीएल के शुरूआत में धोनी कुछ मैचों में अच्छा नहीं खेल पाये थे। धोनी की छवि एक फिनिशर की है और वो इसके अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं। हालांकि हैदराबाद के खिलाफ खेले गए मैच में उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया था। इस गौतम गंभीर का कहना है कि टी-20 में किसी खिलाड़ी फिनिशर या स्टार्टर नहीं कहा जा सकता है। आईसीसी ने ऑस्ट्रेलिया को दिया बड़ा झटका, भारत दौरे पर आये विकेटकीपर बल्लेबाज मैथ्यु वेड को वापस बुलाया
इस पर गंभीर ने कहा, ”टी-20 मैचों में किसी भी खिलाड़ी को फिनिशर या स्टार्टर नहीं कहा जा सकता है। संभवत: उसे कहा जा सकता है जो जीत के लिए आखिरी रन बनाता है। यह कोई भी खिलाड़ी हो सकता है। ओपनिंग बैट्समैन से लेकर आखिरी में खेलने वाला खिलाड़ी शामिल है।”
इसके बाद उन्होंने कहा, ”सबसे ज्यादा यह मायने रखता है, कि आपने कैसा प्रदर्शन किया है या टीम की जीत में आपने कितने रन बनाए हैं। अगर किसी खिलाड़ी ने मैच जीत के लिए आखिरी रन बनाया है तो फिनिशर की भूमिका में होता है।”
गंभीर ने धोनी के प्रदर्शन के पर कहा, ”यहां (भारत) हम किसी भी खिलाड़ी के एक या दो मैच में न रन बनाने पर आलोचना करने लगते हैं। धोनी को हमने आईपीएल और अंर्तराष्ट्रीय मैचों बेहतरीन प्रदर्शन करते देखा है। अब तक उन्होंने कई बेहतरीन पारियां खेली हैं। वो बहुत ही प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं। मुझे नहीं लगता है कि उनकी प्रतिभा कम हुई और ऐसा होना संभव भी नहीं है।” अक्सर नज़रअंदाज़ किए जाने के बादइस ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने अपनाया नया तरीका, टीम में शामिल होने के लिए बदलेगा नाम
बता दें कि गंभीर ने महेन्द्र सिंह धोनी की कप्तानी में बहुत मैच खेले हैं। विश्वकप के दौरान भी गंभीर ने धोनी की कप्तानी में कई मैच खेले हैं। इन दोनों खिलाड़ियों के संबंध काफी अच्छे रहे हैं।