भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी इन दिनों आलोचकों के निशाने पर हैं। धोनी ने भारतीय क्रिकेट के लिए कभी ना भूलने वाला योगदान दिया है लेकिन जिस तरह से वो इन दिनों बल्लेबाजी कर रहे हैं उससे वो हर किसी के निशाने पर आ गए हैं। महेन्द्र सिंह धोनी इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में अपने बल्ले से वो कमाल नहीं कर सके जिसके लिए उन्हें पहचाना जाता रहा है।
महेन्द्र सिंह धोनी धीमी बल्लेबाजी के लिए आलोचकों के निशाने पर
एम एस धोनी ने इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज के अंतिम दो वनडे मैचों में बहुत ही धीमी बल्लेबाजी करते दिखे। धोनी बल्ले से भले ही कुछ सम्मानजनक स्कोर तो बनाने में कामयाब रहे लेकिन वो गेंद को सहजता से खेलते नजर नहीं आ सके।
धोनी ने बहुत ही धीमी बल्लेबाजी से खुद अपने लिए आलोचकों को बढ़ावा दे दिया। धोनी ने दूसरे वनडे मैच में जहां 59 गेंदो में 37 रन बनाए, तो वहीं तीसरे वनडे मैच में 66 गेंदो का सामना कर 42 रन ही बना सके।
गौतम गंभीर ने धोनी की बल्लेबाजी पर उठाए सवाल
धोनी की इसी धीमी बल्लेबाजी के बाद अब उनके ही पूर्व साथी खिलाड़ी रहे गौतम गंभीर ने भी सवाल खड़े कर दिए हैं। गौतम गंभीर ने महेन्द्र सिंह धोनी की धीमी बल्लेबाजी को लेकर कहा कि
“जिस तरह से आज भी एम एस(धोनी) ने अपनी आखिरी पारी में बल्लेबाजी की उसमें भी उन्होंने बहुत सारी डॉट बॉल खेली। इस तरह की बल्लेबाजी से दूसरे बल्लेबाजों पर दबाव बनता है। उन्हें बहुत सक्रिय होना चाहिए।”
धोनी ने ज्यादा डॉट गेंद खेलकर दूसरे बल्लेबाजों पर बनाया दबाव
गंभीर ने आगे कहा कि
“दोनों ही मैचों में जिस तरह से आदिल रशिद और मोइन अली के स्पेल रहे। ये बहुत कुछ इसलिए हो सका क्योंकि एमएस बल्लेबाजी कर रहे थे। मैंने पिछले कुछ सालों से एमएस को ज्यादा डॉट गेंदे खेलते हुए नहीं देखा है। ये वास्तव में वो चीज हैं जहां उन्हें सुधार की जरूरत है। आमतौर पर तो एमएस पहले तो अपना समय लेते हैं लेकिन बाद के दस ओवरों में वो आक्रमक तरीके से रन बनाने में सक्षम हैं। लेकिन ये चीज आखिरी दो मैचों में स्पष्ट रूप से गायब दिखी।”
धोनी को शुरूआत में समय लेने पर अंत तक टिकना था पिच पर
गौतम गंभीर ने कहा कि
“आज जिस समय वो आउट हुए उस समय हर कोई उनसे ये उम्मीद कर रहा था कि वो आक्रमक होंगे। और वो वहां 50 ओवर तक रहे, तो ऐसे में भारत 270-280 रन बना सकता था। अगर आप समय ले रहे हैं, तो ये भी सुनिश्चित करें कि आप अंत तक रहे। मैं ये चीज पहले वनडे मैच के बाद बेन स्टोक्स के लिए भी कही थी। हम उस समय बहुत सख्त थे ,तो एमएस के साथ भी वही होना चाहिए।”
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