महेन्द्र सिंह धोनी की साल 2012 में की गई रोटेशन पॉलिसी को लेकर गौतम गंभीर ने 6 साल बाद तोड़ी अपनी चुप्पी 1

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने अपनी कप्तानी का लोहा पूरी दुनिया में मनवाया। महेन्द्र सिंह धोनी विश्व क्रिकेट के एक महान कप्तानों में से एक रहे। एमएस धोनी ने अपनी कप्तानी के दौरान कई बार हर किसी को चौंकाते हुए बड़े ही अलग फैसले लिए।

महेन्द्र सिंह धोनी की ऑस्ट्रेलिया दौरे पर शुरू  हुई रोटेशन पॉलिसी

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महेन्द्र सिंह धोनी की कप्तानी में साल 2012 के ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर बड़ा ही चौंकाने वाला फैसला था रोटेशन पॉलिसी… इस फैसले के तहत महेन्द्र सिंह धोनी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई सीबी सीरीज के दौरानलिया गया था।

महेन्द्र सिंह धोनी की साल 2012 में की गई रोटेशन पॉलिसी को लेकर गौतम गंभीर ने 6 साल बाद तोड़ी अपनी चुप्पी 2

जहीं सचिन तेंदुलकर गौतम गंभीर औ वीरेन्द्र सहवाग को रोटेशन के तहत मौका दिया। जिसमें धोनी ने ये साफ कर दिया था कि इन तीनों खिलाड़ियों को एक साथ एकादश में मौका नहीं दिया जाएगा।

गौतम गंभीर ने रोटेशन पॉलिसी को लेकर तोड़ी अपनी चुप्पी

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इस रोटेशन पॉलिटी के तहत गौतम गंभीर और सचिन तेंदुलकर को जहां 7 मैच खेलने के मौके मिले वहीं वीरेन्द्र सहवाग को 5 मैच खेलने के अवसर मिले। इस सीरीज में गौतम गंभीर ने भारत के लिए दूसरे सबसे ज्यादा 308 रन बनाए थे। तो वहीं सचिन ने 143 रन और सहवाग ने महज 65 रन बनाए थे।

महेन्द्र सिंह धोनी की साल 2012 में की गई रोटेशन पॉलिसी को लेकर गौतम गंभीर ने 6 साल बाद तोड़ी अपनी चुप्पी 3

हाल ही में क्रिकेट से सन्यास लेने वाले गौतम गंभीर ने इस बात का जिक्र किया और रोटेशन पॉलिसी को लेकर कहा कि “साल 2012 में ऑस्ट्रेलिया में खेली गई त्रिकोणिय सीरीज के दौरान धोनी ने फैसला किया कि वो हम तीनों को एक साथ विश्व कप 2015 को देखते हुए नहीं रख सकते थे।”

ऑस्ट्रेलिया में हम तीनों को एकादश में धोनी नहीं रखना चाहते थे एक साथ

“ये बहुत बड़ा झटका था। मुझे लगता है कि ये किसी भी क्रिकेटर के लिए झटका हो सकता है। मैंने 2012 में किसी भी खिलाड़ी को नहीं बताया कि वो 2015 विश्व कप की टीम को हिस्सा नहीं होंगे। मैंने तो हमेशा अपने साथ ये धारणा रखी कि अगर आप रन बनाएंगे तो उम्र तो सिर्फ एक संख्या है।”

महेन्द्र सिंह धोनी की साल 2012 में की गई रोटेशन पॉलिसी को लेकर गौतम गंभीर ने 6 साल बाद तोड़ी अपनी चुप्पी 4

गौतम गंभीर ने आगे कहा कि “अगर आप कौशल के साथ रन बना रहे हो तो आपको मैदान में किसी की देयता नहीं है आप जिनती देर चाहे खेल सकते हैं। लेकिन ये हमेशा हमें बताया गया था यहां तक कि ऑस्ट्रेलिया में भी बताया गया कि हम एक साथ तीनों नहीं खेल सकते हैं।”

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