आज सोमवार 17 सितंबर को भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज ओपनर बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने दिल्ली की सलाहकार समिति से इस्तीफा दे दिया हैं. सहवाग के अलावा इस समिति में आकाश चोपड़ा और राहुल संघवी भी हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सहवाग, आकाश चोपड़ा और राहुल संघवी, मनोज प्रभाकर को टीम के कोच के रूप में बरकरार रखना चाहते थे, लेकिन दिल्ली क्रिकेट संघ ने उन्हें गौतम गंभीर के कहने पर बर्खास्त कर रही हैं.
दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वह अपनी टीम में किसी भी ऐसे व्यक्ति को नहीं चाहते हैं. जिस पर फिक्सिंग के आरोप लग चुके हो.
गंभीर ने खुद दी अब सफाई
बता दें, विजय हजारे टूर्नामेंट के लिए गौतम गंभीर दिल्ली टीम के कप्तान हैं. यह टूर्नामेंट 19 सितंबर से शुरू हो रहा हैं. इस टूर्नामेंट से पहले दिल्ली डिस्ट्रिक क्रिकेट एसोशिएशन में हुई उथल-पुथल को लेकर गौतम गंभीर ने सफाई दी हैं. उन्होंने कहा हैं, कि उनकी वजह से समिति ने इस्तीफा नहीं दिया हैं, बल्कि लोढा पैनल के नये नियमों के मुताबिक समिति ने इस्तीफा दिया हैं.
यहाँ देखे गंभीर के ट्वीट
गौतम गंभीर ने अपनी सफाई देते हुए ट्विट कर लिखा, “ऐसा कहा जा रहा है कि मनोज प्रभाकर की दिल्ली गेंदबाजी कोच के रूप में नियुक्ति का मैंने विरोध किया हैं. जिससे डीडीसीए की सलाहकार समिति ने इस्तीफा भी दिया हैं. हाँ, मैं क्रिकेट में भ्रष्टाचार के हमेशा खिलाफ रहा हूं, लेकिन इस बात का जो सही कारण मुझे बताया गया हैं. वह यह हैं, कि लोढा समिति में सुधार के लिए 20 सितंबर से उस क्रिकेट समिति की पॉवर खत्म करने वाली हैं. जिसकी वजह से उन्होंने इस्तीफा दिया हैं.”
It’s being said my protest against Manoj Prabhakar’s appointment as Delhi bowling coach has led to DDCA Cricket Committee’s resignation. Yes, I’ve always adopted zero tolerance when it comes to cricketers alleged of corruption but…(part 1)
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) September 17, 2018
(Part 2)…but the real reason for their resignation as told to me by Powers that be was that post adoption of Lodha reforms on September 20th Cricket Committee will be disbanded. Just thought of clarifying…
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) September 17, 2018