भारतीय क्रिकेट में होने वाली हर गतिविधि को लेकर हमेशा सक्रिय रहने वाले पूर्व दिग्गज भारतीय कप्तान और बल्लेबाज़ सुनील गावस्कर किसी भी मसले पर अपनी राय रखने में बिल्कुल भी पीछे नहीं रहते.ऐसा ही एक ताज़ा वाक़या हाल ही में देखने को मिला.
दरअसल हाल ही में भारतीय पर कड़ा निशाना साधते हुए गावस्कर ने कई चीज़ों को लेकर टीम मैनेजमेंट की कड़ी आलोचना की. इस दौरान पूर्व भारतीय कप्तान ने टीम में खिलाड़ियों के लिए अलग-अलग नियम होने का भी आरोप लगाया. जिसमें उन्होंने ऑफ़ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और बाँए हाथ के युवा तेज़ गेंदबाज़ टी नटराजन का उदाहरण भी दिया.
टीम मैनेजमेंट पर लगाया भेदभाव का आरोप
टीम मैनेजमेंट पर भेदभाव के आरोप लगाते हुए पूर्व कप्तान गावस्कर ने कहा कि टीम में खिलाड़ियों के लिए अलग-अलग नियम हैं और इसीलिए मैनेजमेंट सभी खिलाड़ियों को एक तरह ट्रीट नहीं करता. अपनी बात को सही साबित करने और जस्टिफ़ाई करने के लिए गावस्कर ने अश्विन और नटराजन के नाम उदाहरण के तौर पर लिए.
आगे अपनी बात रखते हुए पूर्व दिग्गज बल्लेबाज़ ने कहा कि मैनेजमेंट टीम के खिलाड़ियों के साथ दोहरे मापदंड अपना रहा है. गावस्कर के ये आरोप ऐसे समय में आए हैं जब टीम के अंदर से लगातार मतभेद की खबरों के बाद संयोजन का संतुलन लगभग हिला हुआ सा है. ऐसी परिस्थिति में एक अनुभवी और दिग्गज खिलाड़ी का कुछ ऐसा बयान आता है तो वो हर लिहाज़ से काफ़ी अहम हो जाता है.
बस एक औसत प्रदर्शन पर अश्विन को किया गया था बाहर – गावस्कर
इसके बाद गावस्कर ने मैनेजमेंट पर आरोप लगाते हुए ये दावा भी किया कि ऑफ़ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को टीम मीटिंग्स में बेबाकी से अपनी राय रखने की कीमत कई बार भुगतनी पड़ी है.
पूर्व कप्तान ने स्पिनर अश्विन का समर्थन करते हुए कहा कि, अश्विन को केवल एक सीरीज़ के औसत प्रदर्शन पर ही टीम से बाहर कर दिया गया था. जबकि वहीं दूसरी ओर टीम के कई स्थापित बल्लेबाज़ों की लगातार खराब बल्लेबाज़ी के बाद भी टीम में उनकी जगह पर ज़रा सा भी फ़र्क़ नहीं पड़ा है.
अश्विन को मिली बेबाकी से अपनी राय रखने की सजा – गावस्कर
अश्विन भारतीय टीम के टेस्ट स्पेशलिस्ट गेंदबाज़ हैं. पिछले कुछ समय से अश्विन को आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में लगातार बेहतरीन प्रदर्शन के बाद भी सीमित ओवर क्रिकेट में जगह नहीं मिली. 2017 से अश्विन भारतीय टीम के साथ बतौर टेस्ट स्पेशलिस्ट ही खेल रहे हैं.
अश्विन के मसले पर आगे अपनी नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए गावस्कर ने स्पोर्ट्स स्टार के लिए अपने कॉलम में लिखा कि,
“काफ़ी लंबे समय से अश्विन को खराब गेंदबाज़ी नहीं बल्कि बाकी कई और वजहों से बाहर रखा गया है. जिसमें एक बड़ी वजह ये भी है कि अश्विन टीम मीटिंग्स में हर मुद्दे पर अपनी बात खुले दिल से और बेबाकी के साथ रखते हैं.”
अश्विन भारत के लिए टेस्ट में सबसे ज़्याद विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों की सूची में चौथे नंबर पर हैं. उन्होंने अब तक 70 टेस्ट मैचों में कुल 370 विकेट चटकाए हैं. इसके अलावा सीमित ओवर क्रिकेट में भी अश्विन ने शानदार क्रिकेट डिलीवर की है. 111 वन-डे में 150 विकेट और 46 टी20 में 52 विकेट अश्विन ने अपने नाम किए हैं.