इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी ज्यॉफ्रे बॉयकॉट ने भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली को सलाह दी है कि उन्हें अपने साथी खिलाड़ियों का समर्थन प्राप्त करने के लिए खुद ही रास्ता खोजना होगा, साथ ही उन्होंने कोहली को यह भी सलाह दिया, कि वो अपने जूनून और भावनाओ पर काबू रखे.
एक खबर के अनुसार, ज्यॉफ्रे बॉयकॉट ने कहा:
“कोहली को अगर अपने साथियों का समर्थन प्राप्त करना है, तो उन्हें खुद ही कोई रास्ता खोजना होगा, और इस मामले में केवल रन बनाना उनकी मदद नहीं करेगा, क्यूंकि वो भारत के एक महान कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की विरासत सम्भाल रहे है.”
उन्होंने आगे कहा:
“वर्तमान कप्तान कोहली की तुलना धोनी से हमेशा ही की जाएगी, क्यूंकि इस समय वो धोनी की विरासत सम्भाल रहे है, और ऐसे में मेरा उनको एक सलाह है, कि वो अपने जूनून और भावनाओ को हमेशा जाहिर न करे उसे सम्भाल कर रखे.”
साथ ही इस महान खिलाड़ी ने टीम के डायरेक्टर रवि शास्त्री की भूमिका की प्रसंशा करते हुए, कहा, कि-
“मुझे ख़ुशी है कि रवि भारतीय टीम के साथ हैं और वहां कोई कोच नहीं है। मेरी राय में कोच शब्द आप पर बहुत दबाव डालता है। प्रबंधक शब्द ज्यादा बेहतर लगता है.”
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि खेल के मैदान पर कप्तान को ही सभी निर्णय खुद के विवेक का प्रयोग करते हुए लेना पड़ता है, और इस मामले में कोई कोच या डायरेक्टर आपकी ज्यादा मदद नहीं करता है.
साथ ही उन्होंने ब्रेंडन मैक्लम, माइकल क्लार्क, अर्जुन राणातुंगा, माइकल वॉन, मार्क टेलर, क्लाइव लॉयड, इयान चैपल क्रिकेट इतिहास के बेहतरीन कप्तान बताया.
इसके अलावा उन्होंने इंग्लैंड के बल्लेबाज इयान बेल की आलोचना करते हुए कहा, कि उनके अंदर आत्मविश्वास की कमी है, और इस मामले में केविन पीटरसन उनसे बेहतर है.