ग्लेन मैक्सवेल का कहना है कि उन्हें रांची में खेले गए टेस्ट मैच में फिक्सिंग में शामिल होने को लेकर काफी आहात पहुंची है। जी हाँ, ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम ने साल 2017 में भारत का दौरा किया था, जिसमें एक मैच रांची में खेला गया था और उस मैच को लेकर यही संशय है कि वह फिक्स था।
गौरतलब हो कि अल जज़ीरा ने मई में यह बताया था कि भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच रांची में खेला गया टेस्ट मैच फिक्स था। इस दौरान कहा जा रहा है कि इस आपराधिक मामले में दो अज्ञात ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को टेस्ट में मैच में धीमी बल्लेबाजी करने के लिए पैसे दिए गए थे।
हालांकि आपको बता दें कि इस डॉक्युमेंट्री में किसी भी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी के नाम का उल्लेख या खुलासा तो नहीं किया है, लेकिन ऑल राउंडर ग्लेन मैक्सवेल के ऊपर ज्यादा संदेह जताया जा रहा है। किन्तु अल जजीरा ने इस बात का पर्दा तो नहीं उठाया है।
इसी बीच ऑस्ट्रेलियाई ऑल राउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने एसईएन से बात करते हुए कहा है कि वह इस बात को लेकर वाकई चौंक गए है और काफी आहात है। बात करते हुए उन्होंने कहा,
“मुझे यह जानकर बहुत बड़ा झटका लगा और मैं इस बात को सुनकर बहुत आहत हूं। क्योंकि जिस मैच में आपने अच्छा किया और उसमें आपकी सबसे अच्छी यादे जुड़ी हो उस मैच में ऐसे आरोप और संदेह करना बहुत आशा के अनुरूप है। मुझे अभी भी याद है कि पहला टेस्ट शतक लगाने के बाद मैं किस तरह कप्तान स्टीव स्मिथ के गले लग गया था।”
दाहिने हाथ के ऑल राउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने अब तक अपने कैरियर में ज्यादा टेस्ट मैच नहीं खेले है, लेकिन इनके ऊपर यह कलंक लग चुका है और इसको लेकर बहुत खराब अनुभव कर रहे है।
इनका कहना है कि ये आरोप बेबुनियाद है, इनमें कोई सच्चाई है और इससे मेरे कैरियर पर गहरा प्रभाव पड़ेगा। मेरा पहला टेस्ट शतक यहीं लगा और यह मेरे लिए एक यादगार है लेकिन अभी गलत आरोप लगाये जा रहे है।
वहीं इन्होंने यह भी कहा है कि यह फिक्सिंग की डॉक्युमेंट्री प्रसारित किये जाने से पहले ही मुझे बता दिया गया था, लेकिन उसमें किसी भी खिलाड़ी का नाम खुलकर नहीं बताया गया, किंतु जो समय बताया है उससे शक मेरे ऊपर ही जाता है। इस मैच में जो उपकरण किसी खिलाड़ी ने उपयोग किया था वह सिर्फ मैंने ही किया था। इस कारण मुझे आरोपी बता रहे है।