विश्व क्रिकेट में इन दिनों तो केवल और केवल इंडियन प्रीमियर लीग की चर्चा है। आईपीएल पूरी दुनिया में खास प्रभाव रखता है। आईपीएल में क्रिकेटर जगत के स्टार खिलाड़ी खेलते नजर आते रहे हैं, इस लीग में खेलने वाले खिलाड़ियों में कुछ खिलाड़ियों का इंटरनेशनल क्रिकेट में प्रभुत्व है, लेकिन यहां पर आते ही वो फुस्स हो जाते हैं।
ऑस्ट्रेलिया के लिए हिट, आईपीएल में फ्लॉप रहे हैं मैक्सवेल
ऐसे ही खिलाड़ियों में ऑस्ट्रेलिया के विस्फोटक बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल को भी माना जा सकता है। ग्लेन मैक्सवेल ऑस्ट्रेलिया के लिए तो कमाल का प्रदर्शन करते हैं, और वो किसी भी परिस्थितियों में मैच निकालने की क्षमता दिखा चुके हैं।
लेकिन इस सीजन की बात करें तो मैक्सवेल काफी ज्यादा खराब रहे हैं। वैसे देखा जाए तो 2014 के आईपीएल को छोड़कर ग्लेन मैक्सवेल कभी भी बढ़िया नहीं खेल सके हैं। वो यहां ज्यादातर नाकाम ही रहे हैं।
आईपीएल से ठीक पहले ग्लेन मैक्सवेल ने इंग्लैंड के खिलाफ अपनी टीम ऑस्ट्रेलिया को विपरित परिस्थितियों में वनडे मैच जीताया था। लेकिन यहां आते ही वो पूरी तरह से फ्लॉप साबित हो रहे हैं। खुद ग्लेन मैक्सवेल ने अपने ऑस्ट्रेलिया के लिए बेहतर और आईपीएल में नाकामी का कारण उजागर किया।
ग्लेन मैक्सवेल ने पीटीआई के साथ बातचीत की। जिसमें उन्होंने कहा कि
“मैं आईपीएल और ऑस्ट्रेलिया करियर की तुलना नहीं करूंगा। मैंने जिस तरह से इंटरनेशनल क्रिकेट खेला, ये मेरी स्पष्ट भूमिका के कारण था। मुझे पता है कि खिलाड़ी मेरे साथ किस भूमिका में बल्लेबाजी करेंगे।”
आईपीएल में टीम में भूमिका नहीं रहती है स्पष्ट
मैक्सवेल ने आगे कहा कि
“आईपीएल के ज्यादातर मैचों में संभवतः मेरी भूमिका बदल जाती है। आईपीएल में काफी टीमें अपनी टीमों में काफी बदलाव करती है। ऑस्ट्रेलिया के ढांचे में ज्यादा मैचों में हमारी समान एकादश होती है, हम सभी को अपनी भूमिका अच्छी तरह से पता है।”
“जब आप आईपीएल के लिए साल में सिर्फ दो महीनें एक सात होते हैं तो काफी बदलाव होता है। आप हमेशा टीम में सही संतुलन चाहते हैं। टूर्नामेंट की शुरुआत में हालांकि जब आप टीम चुनते हो तो शायद आगे बढ़ने पर आपको लगता है कि टीम उतनी संतुलित नहीं है।”
मैं इस सीजन नहीं कर सका उम्मीद के अनुसार प्रदर्शन
ग्लेन मैक्सवेल ने कहा
“हम टीम संतुलन के मामले में उसके करीब पहुंच रहे हैं। आईपीएल में मेरा अनुभव अलग रहा है जहां लोगों की उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाया, लेकिन प्रयास में कोई कमी नहीं थी या ऐसा नहीं था कि ट्रेनिंग में प्रयास नहीं कर पाया।”