जिस तरह से किसी देश की सेना अपने वतन की रखवाली के लिए कुछ भी कर गुजरने का जज्बा दिल में लिए रहती है। कुछ उसी तरह के एक क्रिकेटर भी अपने देश के लिए किसी भी हालात में अंतिम समय तक विरोधी टीम के साथ लड़ने का माद्दा दिखाता है।
क्रिकेट के मैदान में ऐसे कई उदाहरण है जब कोई क्रिकेटर अपनी घायलावस्था में भी अपनी टीम की हार को बचाने के लिए बेहतरीन जज्बा दिखाता है। इसी तरह से एक बार ऐसा काम दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज खिलाड़ी रहे ग्रीम स्मिथ ने किया था।
ग्रीम स्मिथ ने दिखाया जबरदस्त जज्बा
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व महान कप्तान ग्रीम स्मिथ दक्षिण अफ्रीका के एक महान बल्लेबाज भी रहे हैं। ग्रीम स्मिथ ने सबसे सफल कप्तान बनने के साथ ही दक्षिण अफ्रीका के सबसे सफल बल्लेबाजों में भी शुमार रहे हैं।
ग्रीम स्मिथ ने दक्षिण अफ्रीका के लिए एक बेहद ही यादगार योगदान दिया है। इसी तरह से ग्रीम स्मिथ ने एक बार मैदान में ऐसा जज्बा दिखाया जिसको लेकर वो हमेशा के लिए सबसे बड़े फाइटर हो गए।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बल्लेबाजी के दौरान हाथ हुआ फ्रेक्चर
दरअसल ये बात साल 2009 की है जब दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में टेस्ट मैच खेला जा रहा था। ये मैच भले ही ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अंतिम दिन 10 गेंद के बाकी रहते जीत हासिल कर ली लेकिन ये मैच ग्रीम स्मिथ के साहस और जज्बे के लिए हमेशा याद रहेगा। इस मैच में ग्रीम स्मिथ चोटिल हो गए।
ग्रीम स्मिथ का बल्लेबाजी के दौरान एत हाथ फ्रेक्चर हो गया था। और स्मिथ अपने 30 रनों के स्कोर पर पैवेलियन लौट गए।
दक्षिण अफ्रीका की टीम पर मंडराया हार का खतरा
ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 445 रन बनाए। इसके जवाब में दक्षिण अफ्रीका की पारी चल रही थी इसी दौरान स्मिथ के साथ ये हादसा हो गया। स्मिथ के चोटिल होकर जाने के बाद दक्षिण अफ्रीका की टीम 327 रन बनाकर आउट हो गई।
स्मिथ की चोट गंभीर थी इसी वजह से वो पहली पारी में बल्लेबाजी करने तो नहीं आए साथ ही फील्डिंग के लिए भी नहीं उतर सके। ऑस्ट्रेलिया ने दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए 376 रनों का लक्ष्य दिया। स्मिथ तो सलामी बल्लेबाज के रूप में नहीं आ सके और दक्षिण अफ्रीका ने 257 के स्कोर पर ही अपने 9 विकेट खो दिए।
हार से टालने के लिए टूटे हाथ से उतरे स्मिथ
अंतिम दिन में 8.2 ओवर का खेल अभी भी बचा हुआ था ऑस्ट्रेलियाई टीम ने तो स्मिथ के नहीं आने की संभावना के चलते जश्न मनाना शुरू कर दिया। लेकिन वहीं दूसरी तरफ ग्रीम स्मिथ अपना टूटा हाथ लेकर अपनी टीम को हार से बचाने के लिए बल्लेबाजी के लिए उतरे।
स्मिथ के इस जज्बें को देखकर हर कोई हैरान था। स्मिथ ने अंतिम बल्लेबाज के साथ अपनी टीम की हार को टालने की पूरी कोशिश की। लेकिन मैच खत्म होने से 10 गेंद पहले ग्रीम स्मिथ खुद आउट होकर चलते बने। लेकिन पैवेलियन लौटते समय मैदान में मौजूद सभी दर्शक तालियां बजाकर स्मिथ के साहस हो सराह रहे थे।