पाकिस्तान में 9 साल के बाद सफलत सीरीज के आयोजन के बाद भी अब्दुल रज्जाक को इस बात का है अफसोस 1

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने बड़ी ही मेहनत बड़ी लगन और बड़ी जिद के बाद आखिरकार पाकिस्तान में 9 साल के बाद कोई इंटरनेशनल क्रिकेट सीरीज पूरी संपन्न करवायी। जब वेस्टइंडीज की टीम ने पाकिस्तान की मेजबानी में 3 मैचों की टी-20 सीरीज सफलतापूर्व खेली। ये टी-20 सीरीज पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के लिए बहुत ही खास हो चली है।

पाकिस्तान में 9 साल के बाद सफलत सीरीज के आयोजन के बाद भी अब्दुल रज्जाक को इस बात का है अफसोस 2

Advertisment
Advertisment

पाकिस्तान के दर्शक क्रिकेट गेल को देखने के लिए थे उत्सुक

पीसीबी ने जब 10 मार्च को दुबई में वेस्टइंडीज की टीम का पाकिस्तान दौरे के बारे में बताया तो पाकिस्तान के दर्शकों में कुछ ज्यादा ही बेताबी और उत्सुकता थी। पाकिस्तान के दर्शक उस समय विश्व क्रिकेट के सबसे बड़े टी-20 बल्लेबाज क्रिस गेल को अपने देश में देखना चाहते थे।

पाकिस्तान में 9 साल के बाद सफलत सीरीज के आयोजन के बाद भी अब्दुल रज्जाक को इस बात का है अफसोस 3

पाकिस्तान के खिलाफ वेस्टइंडीज के लिए नहीं खेले क्रिस गेल

Advertisment
Advertisment

क्रिस गेल आईपीएल में अपनी टीम किंग्स इलेवन पंजाब के साथ जल्दी जुड़ने के कारण से पाकिस्तान में अपनी टीम के साथ नहीं खेल सके। लेकिन वहीं पाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर अब्दुल रज्जाक ने माना कि अगर क्रिस गेल यहां पर खेलने आते तो दर्शकों के बीच प्रतिस्पर्धा और दिलचस्पी बहुत ज्यादा रहती।

पाकिस्तान में 9 साल के बाद सफलत सीरीज के आयोजन के बाद भी अब्दुल रज्जाक को इस बात का है अफसोस 4

क्रिस गेल आते तो दर्शकों की बढ़ जाती दिलचस्पी – अब्दुल रज्जाक

अब्दुल रज्जाक ने कहा कि “मेरे मन में इसको लेकर कोई संदेह नहीं है कि अगर क्रिस गेल यहां खेलने के लिए आते तो इस सीरीज की फैंस फॉलोइंग काफी बड़ी होती। एकमात्र मैदान में मैच देखने के लिए दर्शकों का जाम सा लग जाता और साथ ही पैसों की कीमत में भी बढ़ोतरी होती।”

पाकिस्तान में 9 साल के बाद सफलत सीरीज के आयोजन के बाद भी अब्दुल रज्जाक को इस बात का है अफसोस 5

सीरीज के आयोजन के लिए पीसीबी है क्रेडिट के योग्य

अब्दुल रज्जाक ने इसके साथ ही पीसीबी की इस सीरीज के आयोजन के लिए सराहना की। अब्दुल रज्जाक ने कहा कि “इस बार कराची में इंटरनेशनल क्रिकेट मैचों का आयोजन कराने के लिए पीसीबी काफी हद तक क्रेडिट के योग्य है। इससे दुनियाभर में ये संदेश गया है कि विश्व क्रिकेट की दूसरी टीमें भी यहां आने के लिए प्रोत्साहित हो सकती है। पहले लाहौर और अब कराची ने ये साबित कर दिया कि पाकिस्तान भी दूसरे देशों की तरह क्रिकेट खेलने के लिए पूरी तरह से सैफ है।”

पाकिस्तान में 9 साल के बाद सफलत सीरीज के आयोजन के बाद भी अब्दुल रज्जाक को इस बात का है अफसोस 6

अगर आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आए तो प्लीज इसे लाइक और शेयर करें।