वर्तमान समय में रोहित शर्मा (Rohit Sharma) तीनों फॉर्मेट में टीम इंडिया के कप्तान हैं लेकिन कहा जा रहा है कि वनडे विश्व कप 2023 के बाद बीसीसीआई रोहित से कप्तानी लेकर हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) को सफ़ेद गेंद के क्रिकेट में भारत का कप्तान बना सकती है।
वहीं, रोहित की अनुपस्तिथि में हार्दिक कई बार भारत की कमान संभाल चुके हैं और भारत को हर मैच में जीत दिलाई है। हालांकि, हमारे विचार से हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) को टीम इंडिया का कप्तान नहीं बनाना चाहिए। इसके हम आपको 3 कारण बताएंगे।
गुस्सैल स्वभाव
हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) कितने गुस्सैल स्वभाव के हैं, ये बात हर किसी को मालूम है। अभी हाल ही में भारत और श्रीलंका के बीच वनडे सीरीज खेली गई थी जहाँ हार्दिक अपने ही खिलाड़ियों से गाली गलौच करते हुए नजर आए थे और वो भी तब जब वो कप्तान नहीं थे।
वहीं, आईपीएल 2022 में गुजरात टाइटंस में कप्तानी के दौरान हार्दिक अपने सीनियर प्लेयर मोहम्मद शमी पर चिल्ला बैठे थे क्योंकि उनसे एक मिसफील्ड हो गया था। ऐसे उन्हें कप्तान बनाने से कहीं ना कहीं टीम का माहौल ख़राब हो सकता है।
फिटनेस के चलते बार-बार मैच मिस करना
हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) आईपीएल 2022 में भले ही भले ही गेंद और बल्ले से बेहतर नजर आए हो लेकिन उसके बाद से जब से हार्दिक ने इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी की है वो लय में नजर नहीं आए हैं। ये हरफनमौला खिलाड़ी अब पूरे ओवर गेंदबाजी नहीं कर रहा है और बल्लेबाजी में भी हार्दिक अब तक कोई खास छाप नहीं छोड़ पाए हैं। साल 2022 के 3 वनडे में वो महज 100 रन ही बना पाए थे जबकि 27 टी20 मैचों में उन्होंने 607 रन बनाए हैं। वहीं, साल 2023 के 3 टी20 मैचों में उन्होंने अब तक मात्र 45 रन ही बना सके हैं जबकि 2 वनडे मैचों में उनके नाम महज 50 रन ही दर्ज है।
गेंदबाजी की बात करें तो साल 2022 में वनडे में उनके नाम 6 विकेट जबकि 2023 में वो अब तक 1 विकेट ही चटका चुके हैं। टी20 की बात करें तो साल 2022 में हार्दिक ने 27 मैचों में 20 जबकि 2023 के 3 मैचों में वो अब तक मात्र 2 विकेट ही चटकाए हैं। ऐसे में अपनी फिटनेस साबित करने के लिए अभी कुछ और समय तक क्रिकेट खेलने की जरूरत है। उनकी पीठ की चोट के चलते लम्बे समय बाद वापसी करने वाले हार्दिक को अभी कप्तान बनाना सही फैसला नहीं कहा जा सकता है। साथ ही फिटनेस की वजह से वो 6 महीने तक टीम इंडिया से बाहर भी रह चुके हैं।
अनुभवी खिलाड़ियों से तालमेल बिठाना होगा मुश्किल
टीम इंडिया के लिए तीनो फॉर्मेट में अलग कप्तान की रणनीति की वजह से पांड्या (Hardik Pandya) को कप्तान बनाए जाने की मांग उठ तो रही है लेकिन एक युवा खिलाड़ी होने के नाते उनके सामने अपने से काफी सीनियर और टीम के नियमित कप्तान के तौर पर एक लम्बा करियर बना चुके खिलाड़ियों से तालमेल की परेशानी भी एक बड़ा सवाल पैदा करती है।
रोहित शर्मा , विराट कोहली, केएल राहुल, जसप्रीत बुमराह जैसे सीनियर खिलाड़ियों के अलावा टीम में कई और कप्तानी के उम्मीदवार मौजूद है। ऐसे में युवा हार्दिक को टीम की कमाना सौपना एक गलत फैसला साबित हो सकता है क्योकि कई मौकों पर देख गया है की कप्तानी में अचानक हुए बदलाव की वजह से टीम के प्रदर्शन पर भी बड़ा असर हुआ है और आगामी वर्ल्ड कप को देखते हुए यह अभी के लिए सही नहीं कहा जा सकता है।