मंगलवार, 7 नवम्बर को भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीसरा और निर्णायक टी ट्वेंटी मुकाबला खेला गया. दोनों टीमों के बीच यह रोमांचक मुकाबला तिरुवनंतपुरम के ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला गया. जहाँ मेजबान भारतीय टीम ने शानदार खेल दिखाते हुए अंतिम मुकाबला पूरे 6 रनों के अंतर से जीतकर अपने नाम किया और इसी जीत के साथ टीम इंडिया ने पेटीएम टी20 सीरीज भी 2-1 से जीतकर अपने नाम कर ली.
पंड्या के अंतिम ओवर में हुआ फैसला
भारतीय टीम की शानदार जीत का श्रेय यूँ तो टीम के सभी खिलाड़ियों को जाता हैं, लेकिन हार्दिक पंड्या का योगदान जीत में थोड़ा अधिक रहा. पंड्या मैच का अंतिम ओवर डालने के लिए आये और अंतिम ओवर के खेल में न्यूजीलैंड की टीम को मैच जीतने के लिए 19 रनों की दरकार थी.
पंड्या ने बड़ी ही समझदारी के साथ गेंदबाजी की और सिर्फ 12 रन ही खर्च किये. ओवर की दूसरी ही गेंद पर कॉलिन डी ग्रैंडहोम का एक कैच पकड़ते हुए हार्दिक पंड्या चोटिल भी हो गये, लेकिन यह चोट भी मैच जीताऊ प्रदर्शन के बीच ना आ सकी और हार्दिक ने अपनी दमदार गेंदबाजी के दम पर देश को मैच जीता दिया.
जीत से खुश हुए पंड्या
अंतिम ओवर में बेहतरीन गेंदबाजी करने वाले ऑल राउंडर हार्दिक पंड्या ने मैच खत्म होने के बाद स्टार स्पोर्ट्स से बात करते हुए कहा, कि
”गेंद तो बहुत तेजी के साथ लगी थी, लेकिन अब सब सही हैं. हाँ ! हाथ में थोड़ा थोड़ा दर्द जरुर हैं. मैं सातवें ओवर के दौरान ही समझ गया था, कि अंतिम ओवर मुझे ही करना हैं, क्योंकि एक स्पिनर के बाद एक तेज गेंदबाज को हिट करना इतना आसान नहीं होता. अंतिम ओवर के दौरान मैं एकदम शांत था और चुपचाप अपने काम को अंजाम दे रहा था. आखिरी ओवर के दौरान आपको एकदम ठन्डे दिमाग और पॉजिटिव रहना चाहिए. हमे पता था एक या दो रन से कुछ फर्क नहीं पड़ेगा.”
मैच में हार्दिक पंड्या 10 गेंदों में 14 रन बनाकर नाबाद रहे और आखिरी ओवर में भी 11 ही रन खर्च किये. एक बार फिर से हार्दिक पंड्या ने अपने ऊपर उठ रहे सवालियां निशान को कुछ समय के लिए तो शांत ही कर दिया हैं.