इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड की मेजबानी में पिछले साल हुए आईसीसी महिला क्रिकेट विश्वकप में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने खिताबी मुकाबलें तक का सफर तय किया था। भारतीय महिला क्रिकेट टीम को इंग्लैंड महिला टीम ने फाइनल में मात दी थी लेकिन भारतीय महिला टीम ने दूसरी बार फाइनल में प्रवेश किया था।
भारतीय टीम को इस स्टेज तक पहुंचाने में सबसे अहम भूमिका टीम की उपकप्तान हरमनप्रीत कौर ने निभाई थी। हरमनप्रीत कौन विश्वकप सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी पारी से सनसनी बन सामने आयी थी।
हरमन का रेलवे विभाग में नौकरी नहीं करने का मामला
हरमनप्रीत कौर भले ही भारतीय टीम की स्टार खिलाड़ी हैं, लेकिन उनके जीवन में एक बड़ा विवादित मामला सामने आया है। हरमनप्रीत कौर के रेलवे के द्वारा दी जाने वाली नौकरी में ये मामला सामने आया है। हरमनप्रीत कौर ने रेलवे के द्वारा दी गई नौकरी को छोड़कर पंजाब सरकार की ओर से दी गई डीएसपी की नौकरी ज्वॉइन करने को लेकर ये मामला है।
हरमनप्रीत कौर पर रेलवे विभाग ने लगाया 27 लाख का जुर्माना
आपको बता दे कि हरमनप्रीत कौर को भारतीय रेलवे ने तीन साल तक रेलवे विभाग में नौकरी देते समय करार कि था कि वो 5 साल तक नौकरी जारी रखेगीं। लेकिन हरमनप्रीत ने इस नौकरी से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद ये बात रेलवे विभाग को नागवार गुजरी और उन्होंने हरमनप्रीत कौर पर करार तोड़ने को लेकर 27 लाख रूपये का जुर्माना लगा दिया है।
हरमन के पिता ने रेलवे विभाग से की इस्तीफा मंजूर कर लेने की अपील
इस मामले को लेकर हरमनप्रीत कौर के पिता हरमिन्दर सिंह ने अपना तर्क दिया है कि “वो इस मामले पर किसी भी तरह का विवाद नहीं चाहते हैं और जब अभी हरमनप्रीत रेलवे में नौकरी नहीं करना चाहती है, तो विभाग को इस्तीफा मंजूर कर लेना चाहिए। पिछले पांच महीनों से रेलवे ने हरमन को वेतन भी नहीं दिया है और इस्तीफा न मंजूर करने के कारण हरमन पंजाब पुलिस में डीएसपी के पद पर नौकरी नहीं ज्वाइन कर पा रही है।”
इस्तीफा मंजूर करने पर ही हरमन कर सकती है पंजाब पुलिस को ज्वाइन
इसके साथ ही हरमनप्रीत कौर के पिता ने आगे कहा कि “इस मामले पर रेलवे को ऐतराज नहीं करना चाहिए। इस झमेले के कारण ही वो डीएसपी पद की नौकरी नहीं ज्वाइन कर पा रही है, क्योंकि रेलवे विभाग में इस्तीफा मंजूर होना जरूरी है अगर रेलवे अधिकारी इस मामले पर हरमन की देश प्राप्तियों को देखे तो वो इस्तीफा मंजूर कर सकते हैं।”