भारतीय महिला क्रिकेट को भारत में उनना खास जाना पहचाना नहीं जाता था। क्रिकेट प्रशंसकों में भी भारतीय महिला क्रिकेट टीम के मैचच देखने को लेकर उतना ज्यादा क्रेज नहीं हुआ करता था और ना ही महिला क्रिकेटरों के किसी कार्यक्रम में बुलाने की कोशिश की जाती थी लेकिन जब से इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड की मेजबानी में खेले गए आईसीसी महिला क्रिकेट विश्वकप में भारतीय महिला क्रिकेटरों खिताबी मुकाबलें में पहुंचकर अपनी ताकत का अहसास कराया जिसके बाद तो तस्वीर कुछ बदली-बदली नजर आ रही है।
विश्वकप की सफलता के बाद महिला क्रिकेटरों को मिल रही है हाइप
भारतीय महिला क्रिकेट टीम के आईसीसी महिला विश्वकप में दावेदार के रूप में शामिलल नहीं होने के बाद भी जिस तरह से फाइनल में जगह बनायी। इसके बाद तो मानों महिला क्रिकेटरों को लोग कुछ ज्यादा ही जानने लगे हैं। क्रिकेट प्रशंसक अब तो महिला क्रिकेट टीम के साथ हो गए हैं। और हर समर्थन के लिए तैयार नजर आ रहे हैं। अब भारतीय महिला क्रिकेटरों को अलग-अलग कार्यक्रम और सेमिनार में आमंत्रित किया जाने लगा है।
भारतीय महिला क्रिकेटरों ने कानपुर में एक कार्यक्रम में की शिरकत
इसी को लेकर कानपुर में एक कार्यक्रम में भारतीय महिला क्रिकेटर हरमनप्रीत कौर, एकता बिष्ट , पूनम यादव, मानसी जोशी और सुषमा वर्मा ने शिरकत की। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की इन खिलाड़ियो ने इस कार्यक्रम में बच्चों को स्वच्छ भारत अभियान, बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं, सड़क सुरक्षा अभियान और क्लीन इंडिया ग्रीन इंडिया जैसी मुहिमों के लिए प्रेरित किया। इस कार्यक्रम में भारतीय महिला खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिक्रिया भी रखी।
विश्वकप के बाद लोग अब हमें जानने-पहचानने लगे
इनमें से भारतीय महिला क्रिकेट टीम की उपकप्तान हरमनप्रीत कौर ने भारतीय महिला क्रिकेटरों को मिलती पहचान को लेकर बात की। हरमनप्रीत कौर ने कहा कि “विश्वकप के लिए जाने से पहले लोग हम लोगों को उतना नहीं पहचानते थे लेकिन महिला क्रिकेट विश्वकप में शानदार प्रदर्शन करने के बाद तो हमें अब लोगों ने जानना-पहचानना शुरू कर दिया है। जब भी हम हवाई अड्डों के साथ ही किसी सार्वजनिक स्थान पर होते हैं तो लोग हमसे ऑटोग्राफ और सेल्फी देने का अनुरोध करते हैं। अब लगता है जैसे हम लोगों को पहचान मिल रही है… आखिरकार….”