नामों के फेर में किसी की सजा, तो किसी को…. इसे सोशल मीडिया की गलती कहे या सोशल मीडिया का उतावलापन । अंतत जो भी हो….आखिर में इसका भुगतान तो एक निर्दोष को ही उठाना पड़ा।
दरअसल कुछ ही दिनों पहले पूर्व भारतीय अंडर-19 क्रिकेटर मुंबई के हरमीत सिंह ने अंधेरी रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर अपनी कार चढ़ा दी थी। जिसके बाद रेलवे पुलिस ने हरमीत सिंह को कार के साथ ही हिरासत में ले लिया. हालांकि बाद में पुछताछ के बाद पुलिस ने बेल पर हरमीत को छोड़ दिया। पूर्व अंडर-19 क्रिकेटर रेलवे प्लेटफॉर्म पर गाड़ी चलाते हुए गिरफ्तार
ये बात सोशल मीडिया के जरिये हर जगह आग की तरह फैल गई, बात हर जगह पहुंच गई, लेकिन गलत नाम के साथ। सोशल मीडिया ने हरमीत सिंह को हरप्रीत सिंह बना दिया।
इसी दिन हुई आईपीएल 10 की बोली में मध्यप्रदेश के हरप्रीत सिंह का नाम निलामी के लिया था, लेकिन गलत नाम वायरल होने के कारण हरप्रीत को कोई खरिददा नहीं मिल पाया।केकेआर ने सौरव गांगुली की मदद से खोजा इस साल के आईपीएल का मिस्ट्री गेंदबाज़
मध्यप्रदेश के लिए सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शानदार खेल का परफॉरमेंस करने वाले हरप्रीत को आईपीएल से बड़ी आस थी, लेकिन हरमीत की गलती की सजा सोशल मीडिया के कारण हरप्रीत सिंह को भुगतनी पड़ी।
आईपीएल की बोली समाप्त होने के बाद मुंबई इंडियंस टीम मैनेजमेंट के एक सदस्य ने बताया, कि हम हरप्रीत को हमारी टीम में शामिल करना चाहते थे, लेकिन गिरफ्तारी में नाम आने के कारण ये फैसला टालना पड़ा। GYM में अपनी पड़ोसी पार्टनर को दिल दे बैठे था यह भारतीय क्रिकेटर
आपको बजा दें, कि हरप्रीत सिंह और हरमीत सिंह दोनों ही भारतीय अंडर-19 टीम का हिस्सा रह चुके हैं. जहां हरप्रीत फिलहाल एमपी की टीम से खेल रहे है. वहीं हरप्रीत को मुंबई टीम में खेलने की इंतजार है।