श्रीलंकाई क्रिकेट आजकल चर्चा में बनी हुई है, पहले चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान के खिलाफ कैच छोड़कर मैच गवाने से उसके बाद जिम्बाब्वे जैसी कमजोर टीम के खिलाफ अपने घर में सीरीज हारने से व जिम्बाब्वे के खिलाफ एकमात्र टेस्ट मैच को करीबी अंतर से जीतने बाद श्रीलंकाई क्रिकेट, क्रिकेट जगत में खूब सुर्खियों बटोर रही है.महिला विश्वकप फाइनल: 16.1 ओवर में सुषमा वर्मा ने मिताली राज के साथ मिलकर किया कुछ ऐसा आ गयी प्रसंशको को धोनी की याद
और इन्ही सुर्खियों के बीच श्रीलंकाई क्रिकेट ने एक बड़ा फैसला लेते हुए अपनी टीम के लिए एक बल्लेबाजी कोच नियुक्त किया है, ये फैसला श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड ने भारत के खिलाफ सीरीज को मद्देनजर रखते हुए किया गया है.
हसन तिलकरत्ने को बनाया अपना नया बल्लेबाजी कोच
श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड ने अपनी टीम के लिए पूर्व खिलाड़ी हसन तिलकरत्ने को श्रीलंकाई टीम का नया बल्लेबाजी कोच नियुक्त किया है, हसन तिलकरत्ने ने 1986 से 2004 तक श्रीलंका के लिए अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेला.
खुद टीम के मैनेजर ने दी जानकारी
हसन तिलकरत्ने के बल्लेबाजी कोच बनने की जानकारी खुद श्रीलंकाई टीम के मैनेजर असंका गुरुसिंहा ने क्रिकबज को दिए गए अपने एक इंटरव्यू में दी और कहा “हमने हसन तिलकरत्ने को भारत के खिलाफ सीरीज से बतौर बल्लेबाजी कोच अपनी टीम से जोड़ा है, उनके पास बल्लेबाजी की अच्छी समझ है, इसलिए हमें उम्मीद है कि उनके मार्गदर्शन में श्रीलंकाई बल्लेबाजो की बल्लेबाजी में और निखार आयेगा.”
खेले है 200 टेस्ट व 83 वनडे मैच
श्रीलंका के पूर्व बल्लेबाज हसन तिलकरत्ने ने श्रीलंकाई टीम के लिए अपने 18 साल के लम्बे करियर में 200 टेस्ट व 83 वनडे अन्तर्राष्ट्रीय मैच खेले इस दौरान हसन तिलकरत्ने ने श्रीलंकाई टीम के लिए टेस्ट में 42.48 की औसत से 4545 रन व वनडे में 29.37 की औसत से 3789 रन बनाए.ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज खिलाड़ी रहे इयान चैपल ने बताया किस तरह बढ़ रहा है विराट कोहली का भारतीय क्रिकेट में प्रभुत्व
सबसे पहली चुनौती भारत की
श्रीलंका के पूर्व बल्लेबाज हसन तिलकरत्ने श्रीलंका की 1996 में विश्वकप जीत का हिस्सा भी रहे, हसन तिलकरत्ने के सामने सबसे पहली चुनौती भारत की होने वाली है, हसन तिलकरत्ने को सबसे पहले श्रीलंकाई बल्लेबाजो को भारत के गेंदबाजो के सामने अच्छी बल्लेबाजी करने के लिए कुछ अच्छे मन्त्र देने होंगे.