आईपीएल में दर्शको को रोमांचित करने वाली चीयरलीडर्स का इतिहास है और भी रोमांचक, जाने कब और कहाँ हुई थी इसकी शुरुआत 1

विश्व क्रिकेट में सबसे रंगारंग क्रिकेट की बात करें तो विश्व कप से भी ज्यादा भारत में होने वाली टी-20 क्रिकेट लीग इंडियन प्रीमियर लीग को माना जा सकता है। इंडियन प्रीमियर लीग की साल 2008 में शुरुआत हुई उसके बाद से इसकी लोकप्रियता का ग्राफ बहुत ही ऊंचा होता जा रहा है।

आईपीएल को चीयर लीडर्स बनाती हैं बहुत ही रोमांचक

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आईपीएल आज दुनिया में अपनी कामयाबी के शिखर पर हैं लेकिन इस टी-20 क्रिकेट लीग के पहले ही सीजन से अगर किसी बात ने सबसे ज्यादा ध्यान आकर्षित किया है तो वो हैं मैच के दौरान नाचने-झूमने वाली चीयर लीडर्स….

आईपीएल में दर्शको को रोमांचित करने वाली चीयरलीडर्स का इतिहास है और भी रोमांचक, जाने कब और कहाँ हुई थी इसकी शुरुआत 2

जी हां…. मैदान में और टीवी पर देखने वाले दर्शकों को मैच के दौरान अपने प्रदर्शन का नजारा दिखाने वाली चीयर लीडर्स ने बहुत ही रोमांचित किया है। चीयर लीडर्स के बिना अब आईपीएल में कोई रंग नहीं माना जाता है।

क्या आप जानते हैं, कब, कैसे और कहां से शुरू हुई चीयर लीडर्स की प्रथा

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अपनी-अपनी फेवर की टीमों के अपने-अपने अलग-अलग चीयर लीडर्स की ग्रुप रहता है जो चौको-छक्कों या विकेट गिरने पर अपने हैरतअंगेज प्रदर्शन या यूं कहें कि करतब से दर्शकों के बीच समां ही बांध देते हैं।

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चीयर लीडर्स को तो आप आईपीएल के पहले सीजन से ही मैदान में देख रहे हैं और मनोरंजन कर रहे हैं, लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि आखिर चीयर लीडर्स की ये प्रथा कब, कैसे और कहां से शुरू हुई।

शायद काफी लोग नहीं जानते हैं लेकिन आज हम आपको इस रिपोर्ट में ये बताते हैं कि चीयरलीडर्स की शुरुआत कब कैसे और कहां से हुई?

अमेरिका में साल 1898 में एक फुटबॉल मैच के दौरान पहली बार किया गया चीयर लीडर्स का प्रदर्शन

माना जाता है कि चीयर लीडर्स प्रथा का जन्म अमेरिका में सबसे पहले साल 1898 में हुआ। इस दौरान एक फुटबॉल मैच में लड़कों को चीयर लीडर्स के रूप में रखा गया। जिन्होंने दर्शकों का जबरदस्त मनोरंजन किया।

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चीयर लीडर्स के रूप में लड़कों की हिस्सेदारी साल 1923 तक चलती रही। इसके बाद चीयर लीडर्स की मांग जोरों पर होने लगी जिसके बाद इसमें महिलाओं को भी मौका मिला और आज ज्यादातक चीयरलीडर्स के रूप में महिलाएं ही नजर आती हैं।

ज्यादातक चीयरलीडर्स अमेरिका या ब्रिटेन से होती हैं। महिलाओं का लीचर लीडर्स के रूप में आने रहने का सबसे बड़ा कारण है कि वो दिखने में गुड लुकिंग होती है जिससे दर्शक एट्रेक्ट होते हैं।  जो पढ़ाई में भी अव्वल मानी जाती हैं।

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