भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए एक खुशखबरी है गुजरात में दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम हाईटैक सुविधाओं से लैस मोटेरा (सरदार पटेल) स्टेडियम बनकर तैयार हो गया है। इसपर गृहमंत्री और गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष अमित शाह ने बताया कि यह स्टेडियम प्रधानमंत्री का सपना है। नए स्टेडियम का भूमिपूजन जनवरी 2016 में किया गया था और दिसंबर के अंत तक यह पूरा बन जाएगा और 2020 से यहां अंतरराष्ट्रीय मैच भी खेला जाएगा।
प्रधानमंत्री का सपना है मोटेरा स्टेडियम
टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए अमित शाह ने कहा,
यह परियोजना हमारे प्रधान मंत्री का सपना है। यह उनका सपना था कि गुजरात और भारत के पास वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर होना चाहिए। क्योंकि यह एक ऐसा खेल है जो देश भर में अरबों प्रेरणाएं पैदा करता है। जिस तरह से काम आगे बढ़ा है और स्टेडियम बनकर तैयार हुआ है हम उससे काफी खुश हैं।
2023 विश्व कप का फाइनल मोटेरा स्टेडियम में खेला जा सकता है
इस परियोजना पर काम 2017 में शुरू हुआ और मौजूदा बुनियादी ढांचे को हटाने में नौ महीने के करीब लग गए। निर्माण की देखरेख करने वाले राज्यसभा सांसद और जीसीए के उपाध्यक्ष परिमल नाथवानी ने कहा,
सबसे पहले स्टेडियम के नवीनीकरण के लिए विचार किया गया था। एक अच्छा 30 साल बीत चुका था और मौजूदा बुनियादी ढांचे को फिर से बनाने का समय था। एक प्रस्तुति और इसे हमारे तत्कालीन अध्यक्ष मोदी (जो 2013 तक जीसीए अध्यक्ष थे) के पास ले गए, लेकिन उनकी एक अलग दृष्टि थी।
यह उनका विचार था कि हमें पूराने ढांचे को हटाकर और एक बार फिर से शुरू करना चाहिए। जो कुछ भी हम करते हैं, वह बड़े पैमाने पर होना चाहिए और दुनिया में सर्वश्रेष्ठ में से एक होना चाहिए। इस तरह हमने इस परियोजना की परिकल्पना फिर 2013 के बाद शुरू की।
स्टेडियम की ये हैं खासियत
- इसके अलावा 75 कोर्पोरेट बॉक्स बनाए गए हैं।
- पहली बार किसी स्टेडियन में एलईडी लाइट लगाई जा रही हैं।
- स्टेडियम के पास मेट्रो लाइन भी लाई गई है।
- स्टेडियम में प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग इंतजाम किए गए हैं।
- स्टेडियम का स्ट्रक्चर ऐसा है कि जब भी कोई खिलाड़ी बाउंड्री मारे तो स्टेडियम में बैठने वाला हर क्रिकेट प्रेमी उस बाउंड्री को देख पाए।
- विश्व के सबसे बड़े स्टेडियम में तीन प्रैक्टिस ग्राउंड्स, क्लब हाउस, ओलम्पिक साइज स्विमिंग पूल और एक इंडोर क्रिकेट एकेडमी भी बनाई गई है।
- कार और स्कूटर की पार्किंग व्यवस्था की गई है। जिसमें 4 हजार कार और 10 हजार टू वीलर गाड़ियां पार्क की जा सकती हैं।