एशिया कप में हांगकांग का प्रदर्शन अच्छा रहा है. हांगकांग की टीम ने भारत के खिलाफ एक यादगार प्रदर्शन किया था. हालांकि इस मैच में हांगकांग को हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन जिस तरह से हांगकांग के खिलाड़ियों ने प्रदर्शन किया था, उससे सब ख़ास प्रभावित नज़र आए थे. वही अब हांगकांग को एक बड़ा झटका लगा है. टीम के युवा बल्लेबाज़ क्रिस्टोफर कार्टर ने हांगकांग के लिए क्रिकेट न खेलने का मन बना लिया है.
मुझे मेरे परिवार को भी देखना है
अपनी परेशानी को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा कि
“मैंने पहले ही अपनी पढ़ाई को छोड़ रखा है. मुझे लगता है कि ये वही करने का समय है जो मैं हमेशा करना चाहता था और वह पायलट बनना है. पैसो की कमी के कारण हांगकांग में एक क्रिकेट खिलाड़ी होना मुश्किल है. सीएचके (क्रिकेट हांगकांग) के भीतर लोग फुल टाइम क्रिकेट खेलने के लिए काफी मेहनत करते हैं.”
कार्टर ने साउथ चीन मॉर्निंग पोस्ट में कहा कि
“मार्क राइट और साइमन कुक ने देश में क्रिकेट के लिए काफी कुछ किया है, लेकिन उन्हें सरकार या आईसीसी द्वारा पर्याप्त रूप से पर्याप्त समर्थन नहीं दिया जा रहा है.”
आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि
“यह हर खिलाड़ी के लिए थोड़ा मुश्किल है. मेरे पास एक परिवार और नौ महीने की बेटी है, इसलिए मुझे अपने परिवार का भी समर्थन करना है. हम आय के लिए संघर्ष कर रहे हैं और हम उम्मीद कर रहे हैं कि हमारे वेतन में वृद्धि होगी.”
आप को बता दें कि ये साल हांगकांग क्रिकेट के लिए कुछ ख़ास नही गया है. टीम को साल की शुरुआत में ही आईसीसी विश्वकप क्वालीफायर के निचले दो पायदान पर जगह मिली थी. टीम के इस निराशाजनक प्रदर्शन के बाद टीम का वन डे टीम का स्टेट्स भी वापस ले लिया गया था.