ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट इतिहास में कई बड़े बल्लेबाज हुए है जिनके महान खेल के लिए दुनिया आज भी उन्हें सलाम करती है। जब इन महान ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की बात की जाए तो मौजूदा दौर के सबसे शानदार बल्लेबाजों में से एक स्टीवन स्मिथ ने भी अपनी जगह बनायी है। स्टीवन स्मिथ की बल्लेबााजी निरंतरता में सर डॉन ब्रैडमैन का अक्स नजर आता है।
स्टीवन स्मिथ वो खिलाड़ी हैं जो पिछले कुछ सालों से ऑस्ट्रेलिया की क्रिकेट का गर्व बने हुए हैं। स्मिथ ने पिछले कुछ सालों में ऐसा प्रदर्शन किया है जिसने ऑस्ट्रेलिया की क्रिकेट टीम के साथ ही ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट प्रशंसकों को एक कई बड़े खुशी के पल महसूस कराए हैं।
अपने इंटरनेशनल क्रिकेट करियर की शुरूआत एक लेग स्पिनर के तौर पर करने वाले स्टीवन स्मिथ शुरूआत में आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरते थे। लेकिन इस बल्लेबाज में शुरू से ही एक बड़ा बल्लेबाज बनने की झलक नजर आ गई फिर क्या था, धीरे-धीरे स्टीवन स्मिथ ने अपनी बल्लेबाजी से कुछ ऐसा कमाल किया कि आज ऑस्ट्रेलिया के सबसे सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक हो गए।
स्टीवन स्मिथ अपने क्रिकेट करियर में बहुत ही कम समय में ही नई ऊंचाईयों को छूने लगे। स्मिथ को उनकी बल्लेबाजी की महारथ ने उन्हें कुछ ही समय में विश्व क्रिकेट के सबसे बड़े बल्लेबाजों में शुमार कर दिया। और देखते ही देखते उन्हें माइकल क्लार्क के संन्यास के बाद ऑस्ट्रेलिया जैसी बड़ी टीम की कप्तानी मिल गई। लेकिन समय देखिए स्मिथ जहां अपने करियर के सबसे अच्छे दौर से गुजर रहे थे तभी बॉल टेंपरिंग नाम के डंक ने स्मिथ के करियर को डस लिया।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों के द्वारा की गई बॉल टेंपरिंग के कांड ने ऑस्ट्रेलिया के सबसे बड़े नायक स्टीवन स्मिथ को विलेन बना दिया। आज पूरा क्रिकेट जगत स्मिथ को अपराधी की नजर से देख रहा है। अब सवाल ये है कि क्या ये इतनी बड़ी गलती है कि स्मिथ को वाकई में अपराधी की नजर से देखा जाना चाहिए?
क्रिकेट जैसे जेंटलमैन गेम के साख को नुकसान पहुंचाने के लिए ये गलत तो है लेकिन इतनी बड़ी गलती भी नहीं है कि स्मिथ को विलेन के रूप में पेश किया जाए। जिस खिलाड़ी ने अपने छोटे से करियर में अपने देशवासियों को कई अभूतपूर्व पलों का अहसास कराया उसी खिलाड़ी से ऐसा व्यवहार शायद गले नहीं उतर पा रहा है। क्योंकि ऐसा तो नहीं है कि बॉल टेंपरिंग करते हुए पहली बार कोई खिलाड़ी पकड़ा गया है। इससे पहले विश्व क्रिकेट के कई खिलाड़ी ऐसा करते हुए पकड़े गए हैं जिसमें सचिन तेंदुलकर और इंजमाम उल हक जैसे महान खिलाड़ी भी रहे हैं।
स्टीवन स्मिथ ने गलती की है तो उन्होंने स्वीकार भी कर लिया है। भले ही क्रिकेट की साख को बरकरार रखने के लिए इन्हें सजा तो दी जानी चाहिए थी और वो सजा क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने उन्हें एक साल के लिए प्रतिबंधित करके दे दी लेकिन इस सजा के साथ ही स्मिथ को एक अपराधी की नजर से देख उनके क्रिकेट कौशल की तोहीन करने जैसा है। शायद वो अपराधी की तरह व्यवहार करने के तो हकदार नहीं है। क्या सोचते हैं आप?
ये लेखक के अपने विचार हैं।
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