आईपीएल में इस साल की विजेता टीम चेन्नई सुपरकिंग्स जिनके सुपर जांबाजो ने फ़ाइनल में बेहतरीन खेल दिखाते हुए सनराइजर्स के सूर्य को अस्त कर दिया. और फ़ाइनल में 8 विकेट से जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया. इसके साथ ही मुंबई इंडियन्स के उस रिकॉर्ड की भी बराबरी कर ली. जो उसने आईपीएल में 3 खिताब जीतकर बनायीं थी. इस बार चेन्नई ने उस रिकॉर्ड की बराबरी भी कर ली.
मैदान में खिलाड़ियों के बीच क्षेत्ररक्षण करते हुए लड़ाई-झगड़े की बातें तो अक्सर होती है, लेकिन कभी कभी कहासुनी भी एक नए ट्विस्ट के साथ कुछ सीखा जाती है. हम बात कर रहे है उन दो स्टार खिलाड़ियों की जो इस सत्र चेन्नई की टीम में खेल रहे थे. जबकि पिछले सत्र में मुंबई इंडियन्स का हिस्सा थे. इस बार चेन्नई की तरफ से खेल रहे ओपनर बैट्समैन की भूमिका अदा कर रहे अम्बाती रायडू और जादुई स्पिनर गेंदबाज हरभजन सिंह, जिन्होंने पिछले सत्रों में मुंबई इंडियन्स की तरफ से खेलते हुए जीत की भूमिका तय की थी.
ये दो स्टार खिलाड़ी जब राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स के साथ मुकाबले में एक साथ खेल रहे थे. तो उसी समय गेंदबाजी के लिए रोहित शर्मा ने हरभजन को बुलाया. हरभजन के सामने सौरभ तिवारी बल्लेबाजी कर रहे थे तभी सौरभ तिवारी ने हरभजन की एक गेंद को को सीमा रेखा के पास पहुंचाने का प्रयास किया, वहीं पर खड़े अम्बाती रायडू ने उस गेंद को सीमा रेखा के पार पहुंचने से पहले ही रोक दिया. लेकिन हरभजन, रायडू के इस प्रयास से नाखुश दिखे.
हरभजन , रायडू के प्रयास से नाखुश दिखे तो रायडू इस अनुभवी गेंदबाज के ऊपर चिल्लाने लगे. लेकिन जब रायडू को अपनी गलती का एहसास हुआ तो उन्होंने भज्जी के पास जाकर अपने द्वारा किये कृत्य के लिए माफ़ी मांगी.
” मैं अपने द्वारा किये गए कृत्य के लिए भज्जी से माफ़ी मांगता हूँ , बार बार माफ़ी मांगता हूँ ,मैं नहीं जानता कि ये कैसे हुआ लेकिन मै इसके लिए माफ़ी मांगता हूँ.”
इसके बाद भज्जी ने खेलभावना का प्रदर्शन दिखाते हुए कहा कि
“खेल में ये सब होता रहता है.मैं भी अपने से अनुभवी खिलाड़ियों पर चिल्ला देता था. खेल के समय ये सब चला करता है, इसमें कुछ ऐसा करने या कहने की जरूरत नहीं है.”
धोनी जानदार और शानदार व्यक्तित्व
बकौल रायडू, धोनी एक शानदार व्यक्तित्व वाले खिलाड़ी है. जिन्होने इंडियन क्रिकेट को एक नए मुकाम पर पहुंचाया है. ड्रेसिंग रूम हो या खेल का मैदान धोनी का शांत व्यक्तित्व ही उनकी पहचान है. मैं जब इंडियन क्रिकेट टीम में आया तो उस समय धोनी भाई कप्तान थे. मैंने वहां पर भी उनका शांत रूप देखा. धोनी से हमें बल्लेबाजी के कई गुण सीखने को मिले.