एमएल जैसिम्हा, अब्बास अली बैग, नवाब ऑफ़ पटौदी, मोहम्मद अज़हरुद्दीन, वीवीएस लक्ष्मण यह कुछ हैदराबाद के बड़े नाम है, जिसने भारतीय टीम की बल्लेबाज़ी में मजबूती पैदा किया. इस सभी के बीच एक नाम है, पीआर मान सिंह जोकि हैदराबाद क्रिकेट के मिस्टर क्रिकेट के नाम से भी जाने जाते हैं.
पीआर मान सिंह एक पूर्व हैदराबाद प्रथम श्रेणी क्रिकेटर और कुशल प्रशासक है, लेकिन क्रिकेट की दुनिया उन्हें विश्वकप 1983 की विजेता टीम भारतीय के मैनेजर के रूप में याद करती हैं. 1987 विश्वकप के दौरान भी मान सिंह ही भारतीय टीम मैनेजर थे, हालाँकि इस विश्वकप में भारतीय टीम सेमी-फाइनल में इंग्लैंड के विरुद्ध हार झेलनी पड़ी थी.महेंद्र सिंह धोनी ही नहीं बल्कि इस खिलाड़ी ने भी भारत को दिलाया है दो बार विश्वकप
हैदराबाद क्रिकेट की महिमा कई मायने में अन्यों बाकि राज्यों से काफी पीछे हैं जिसके मान सिंह बेहद निराश हैं.
भारत-बांग्लादेश टेस्ट के पहले दिन का खेल के बाद मिड-डे से बात करते हुए मान सिंह ने कहा, “यह बहुत दुख की बात है, कि पिछले कुछ दशकों में, जो लोग हैदराबाद क्रिकेट और हैदराबाद क्रिकेट संघों पदाधिकारियों को चला रहे है, वे खेल की प्राथमिकता के आधार पर नहीं है, जिसके कारण क्रिकेट को नुकसान पंहुचा हैं.”
अपने शहर में क्रिकेट की प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की कमी नहीं है. बस सही प्रतिभा की पहचान करके उन्हें मौके देने की बात हैं.
मान सिंह ने कहा,
“यहाँ काफी प्रतिभाशाली खिलाड़ी है, लेकिन तुम्हे उन्हें परखने की जरुरत है. यह एक प्रकिर्या है, जिसकी कमी रही हैं.”
मान सिंह की चिंता का एक और पहलू यह है, कि क्रिकेट के इतिहास के संदर्भ में ज्ञान की कमी है.
मान सिंह ने कहा,
“खिलाड़ियों को पूर्व खिलाड़ियों और उनकी विरासत के बारे में पढ़ना चाहिए. शायद मैं गलत हूँ, लेकिन अगर आप वर्तमान के हैदराबाद क्रिकेटरों से पूछोगे कि जैसिम्हा कौन है, वह कहेगे हमे नहीं पता. वे यक़ीनन अब्बास अली बैग, नवाब ऑफ़ पटौदी और वीवीएस लक्ष्मण को निश्चित रूप से जानते होगे. जय भारत के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज़ों में से एक थे. पूर्व खिलाड़ी युवाओं के लिए प्रेरणा होने चाहिए. वर्ष 1959 में बैग ने इंग्लैंड में पदार्पण टेस्ट में शतक लगाया, यह ऐसी चीज़ है, जिसे पढ़कर युवा खिलाड़ियों को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए और साथ ही भारत के लिए खेलते हुए पदार्पण टेस्ट में शतक लगाने वाले का उद्देश्य होने चाहिए.”राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्षमण विश्व के सबसे बढ़िया बल्लेबाज़ : मोहम्मद आसिफ
मान सिंह का मानना है, कि विश्वकप 1983 में भारतीय टीम मैनेजर बनाया जाना, उनके लिए भगवान द्वारा दिया गया सबसे बहद गिफ्ट हैं. सिकंदराबाद क्लब के पास सिंह के आवास पर एक क्रिकेट संग्रहालय है. संग्रहालय में लगभग 2000 के करीब क्रिकेट पुस्तकों में मौजूद है और लगभग सभी खिलाड़ियों की आत्मकथा भी मौजूद हैं.