भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार और दिग्गज ऑल राउंडर युवराज सिंह. जब से युवराज सिंह ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की हैं, तब से मैदान पर युवराज सिंह का जलवा देखते ही बन रहा हैं. पहले इंग्लैंड के खिलाफ ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी, उसके बाद घरेलू क्रिकेट के सबसे बड़े टूर्नामेंट विजय हजारे ट्रॉफी में पंजाब के लिए असरदार प्रदर्शन इस बात पर मुहर लगता हैं, कि युवराज सिंह का मैदान से रुतबा अभी भी समाप्त नहीं हुआ हैं. बेंगलुरु टेस्ट मैच में फ्लॉप होने के बाद इस शर्मनाक रिकॉर्ड को हासिल करने वाले एकमात्र भारतीय बने करुण नायर
गौरतलब हैं, कि सिक्सर किंग के नाम से मशहुर युवराज सिंह ने इंग्लैंड के खिलाफ हाल में ही सम्पन्न हुई तीन वनडे मैचों की श्रृंखला से एकदिवसीय टीम में तीन सालों के लम्बे अन्तराल के बाद वापसी की थी.
युवराज सिंह ने अपनी वापसी को यादगार बनाते हुए इंग्लैंड के खिलाफ कटक में खेले गये दूसरे वनडे मैच में लाजवाब 150 रनों की ऐतिहासिक पारी भी खेली थी.
हाल में ही युवराज सिंह ने अपने एक इंटरव्यू में अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर के बारे में चर्चा की. ”wisden india” को दिए अपने एक इंटरव्यू में काफी सारी बातें की. आइये डालते हैं, एक नज़र बातचीत के कुछ मुख्य पहलुओं पर. विडियो : लोकेश राहुल ने कर दिया कुछ ऐसा जो करने में नाकाम रहे धोनी, युवराज और रैना
जब युवराज सिंह से उनके अंतर्राष्ट्रीय करियर के 17 सालों के लम्बे सफ़र के बारे में पूछा गया तो युवी ने कहा, कि ”पता ही नहीं चला, कि अब मेरे करियर के 17 साल गुजर गये. यह एक बेहद ही यादगार और अनोखा सफ़र रहा हैं, जो अभी भी बरकरा हैं. एक समय था जब मैं पंजाब की रणजी टीम में खेला करता था और देखते ही देखते कब दस और 17 साल बीत गये पता ही नहीं चला. अपने 17 सालों में मैंने बहुत कुछ सीखा हैं.”
युवराज सिंह ने आगे कहा, कि ”सब से बड़ी चीज़ जो मैंने क्रिकेट से सीखी हैं, वह यह हैं, कि हमेशा अपना बेस्ट देना हैं. क्रिकेट में प्रसंशा बहुत जरुरी हैं. अपने आप को लगातार प्रेरित करते रहना चाहिए. 17 सालों में यही सब नहीं अलग अलग जगहों पर जाना और सीखना भी बड़ा महत्वपूर्ण रहा. क्रिकेट के सबसे ऊँचे शिखर से सबसे खराब प्रदर्शन तक मैंने बहुत कुछ सीखा हैं.”
युवराज सिंह ने आगे कहा, कि
”जब आप बेहद ही शानदार फॉर्म में चल रहे होते हैं, तब आपकों लगता हैं, कि सभी कुछ सही है और आगे भी सही ही रहेंगा. मगर जब आप आउट ऑफ़ फॉर्म होते हो, तब आपकों आपकी असली पहचान का पता चलता हैं. यही सब मेरे साथ भी हुआ, लेकिन मैंने कभी भी हार नहीं मानी और खुद को अच्छा करने के लिए प्रेरित करता रहा. यही सब मुझे ज्यादा से ज्यादा स्ट्रोंग बनाता हैं.”