पाकिस्तान के टेस्ट टीम के कप्तान मिस्बाह उल हक ने इच्छा जताई है, कि वह भारत के साथ टेस्ट मैच में कप्तानी करना चाहते है. 2007 के बाद से भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कोई टेस्ट मैच नहीं खेला है, आख़िरी सीरीज़ में भारत ने पाकिस्तान को 1-0 से मात दी थी.
उस श्रृंखला के बाद आतंकवादी हमलो के कारण दोनों देशों के रिश्तों में कड़वाहट आ गयी और तब से भारत और पाकिस्तान के बीच कोई भी टेस्ट मैच नहीं खेला गया. एकदिवसीय या ट्वेंटी ट्वेंटी क्रिकेट की बात करे तो पाकिस्तान को साल 2012 में भारत में खेलने का निमंत्रण मिला था, और पाकिस्तान ने उस श्रृंखला में भारत को 2-1 से हराया था.
यह भी पढ़े : पाकिस्तानी कप्तान मिस्बाह-उल-हक ने टेस्ट क्रिकेट से संयास लेने के समय की किया घोषणा
भारत और पाकिस्तान अब केवल आईसीसी के प्रमुख इवेंट्स में ही एक दुसरे के खिलाफ खेलते है, हाल में उरी में हुए आतंकवादी हमलों ने भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंध को और बिगाड़ दिया है.
मिस्बाह ने पाकिस्तान टीम की कमान साल 2010 से संभाली हुई है लेकिन अभी तक उन्होंने भारत के खिलाफ एक भी टेस्ट मैच नहीं खेला है. मिस्बाह ने भारत के खिलाफ सीमित ओवेरों में कप्तानी ज़रूर की लेकिन न्यूट्रल मैदानों पर.
मिस्बाह का कहना है, कि “पाकिस्तान हमेशा भारत के साथ क्रिकेट को बढ़ावा देने की कोशिश में प्रयास करता रहता है, लेकिन भारत की ओर से सकारात्मक जवाब नहीं मिला.”
यह भी पढ़े : उरी हमले के बाद पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने किया पाकिस्तान के साथ खेलने का विरोध
हाल ही में बीसीसीआई के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने बयान दिया था, कि “पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलने का सवाल ही पैदा नहीं होता. ठाकुर के इस बयान से पूर्व भारतीय क्रिकेटर और पाकिस्तान के फैन्स नाखुश है.”
पूर्व क्रिकेटर्स ने ठाकुर के इस बयान पर कहा, कि “भारत ही पिछले नौ सालों से पाकिस्तन के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ खेलने से बचता रहा है.”
यह भी पढ़े: ट्विटर प्रतिकिर्या: शहीद जवानों पर गंभीर के ट्वीट से भड़के फैन्स
मिस्बाह ने टेस्ट मैचों में पाकिस्तान के लिए 35 टेस्ट मैच खेले है, जिसमे उन्होंने 48.27 की औसत से 4634 रन बनाये है जिसमे उन्होंने 10 शतक और 34 अर्धशतक लगाये है.