भारतीय टीम के दिग्गज खिलाड़ी और टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 3 मैचो के टेस्ट सीरीज में किसी भी मैच में मौका नहीं दिया, भारतीय टीम तीनों मैचो में अश्विन और रविन्द्र जडेजा के साथ खेलती रही और अमित मिश्रा बेंच पर बैठे रहे, लेकिन इंग्लैंड सीरीज कों ध्यान में रखकर भारतीय चयनकर्ताओ ने कप्तान धोनी की अगुवाई वाली वनडे टीम में अमित मिश्रा कों मुख्य गेंदबाज रखा और रविचन्द्र अश्विन एवं रविन्द्र जडेजा कों बाहर बैठाया.
भारतीय टीम के इस लेग स्पिनर ने शानदार प्रदर्शन कर चयनकर्ताओ के फैसले कों सही साबित किया, और न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 5 वनडे मैचों में 18 विकेट अपने नाम किया, अपने इस शानदार प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम के इस खिलाड़ी ने कहा कि सीनियर खिलाड़ियों कों उनके अच्छे प्रदर्शन से युवा खिलाड़ियों कों काफी प्रोत्साहन मिलता है और उन्हें कुछ अच्छा करने का प्रोत्साहन मिलता है.
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जयंत यादव और अक्षर पटेल के साथ न्यूज़ीलैंड के खिलाफ भारतीय स्पिनर गेंदबाजी की कमान सम्भालने वाले अमित मिश्रा ने ‘बीसीसीआई.टीवी’ से बात करते हुए कहा, कि-
‘‘सीनियर गेंदबाज होने के नाते मुझे टीम के युवाओं के साथ बात करने और अपने अनुभव साझा करने का मौका मिलता है. आप अपने प्रदर्शन में सुधार करके ही उन्हें समझा सकते हैं. अगर आप अपने प्रदर्शन में सुधार करते हो तो वे प्रेरित होते हैं और जो आप कहतो हो उस पर काम करते हैं.’’
भारतीय टीम के इस लेग स्पिनर ने कहा, कि जब भी वों मैदान पर उतरते है उनकी निगाहे जल्द से जल्द विकेट चटकाने पर लगे रहते है.
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अमित मिश्रा ने आगे कहा, कि ‘‘इस सीरीज में मैंने हमेशा विकेट हासिल करने की कोशिश की. हां, मैंने स्थिति के अनुसार गेंदबाजी की लेकिन मेरा लक्ष्य विकेट चटकाना था. अगर आप रन रोकने की ही कोशिश करोगे तो आपके खिलाफ रन बनेंगे ही.’’